Last Updated: Wednesday, March 12, 2014, 19:13
नई दिल्ली : कानों में हेडफोन लगाकर तेज आवाज में संगीत सुनना स्थानीय गांव वाले के लिए भारी पडा । शोर वाले संगीत के कारण यह गांव वाला मंगलवार को छत्तीसगढ में माओवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड में स्वचालित हथियारों से छूट रही गोलियों की आवाज नहीं सुन सका और उसे जान गंवानी पडी ।
नक्सलियों ने जब सीआरपीएफ और छत्तीसगढ पुलिस के संयुक्त दल पर सुकमा जिले में घात लगाकर हमला किया तो विक्रम निषाद घटनास्थल की ओर मोटरसाइकिल पर सवार होकर जा रहा था । उस समय उसके कानों में हेडफोन लगा था । वह चूंकि अपने मोबाइल फोन से संगीत सुन रहा था, तोंगपाल के जंगलों में चल रही गोलियों की तडतडाहट नहीं सुन सका ।
कई लोग हालांकि चिल्लाये और विक्रम को रूकने का इशारा किया और कहा कि वह आगे नहीं जाये लेकिन कान में संगीत बजने के कारण वह किसी की बात सुन नहीं सका और आगे बढता चला गया । किस्मत विक्रम के साथ नहीं थी और वह गोलीबारी के बीच आ गया और गोली लगने के कारण उसकी मौत हो गयी ।
नक्सलियों के हमले में मारे गये लोगों में विक्रम एकमात्र आम नागरिक था । उसके अलावा नक्सलियों ने सीआरपीएफ के 11 कर्मियों और छत्तीसगढ पुलिस के 4 जवानों की हत्या कर दी । (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 12, 2014, 19:13