Last Updated: Sunday, May 4, 2014, 16:16
नई दिल्ली : गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से कथित तौर पर जुड़े जासूसी कांड के मामले में जांच को लेकर संप्रग सरकार के दलों के बीच रविवार को मतभेद सामने आये जब राकांपा ने इस समय इस तरह की जांच पर आपत्ति जताई है।
राकांपा नेता और केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के नतीजे दो सप्ताह में आ जाएंगे, ऐसे में इस तरह की जांच की जरूरत ही क्या थी।’’ पटेल के मुताबिक राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने इस मामले में अपनी पार्टी का रुख व्यक्त करने के लिए आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बातचीत की। राकांपा कांग्रेस नीत संप्रग सरकार में दूसरा सबसे बड़ा दल है।
एक दिन पहले ही कानून मंत्री और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा था कि सरकार 16 मई को होने वाली मतगणना से पहले ‘स्नूपगेट’ कांड में जांच के लिए न्यायाधीश के नाम की घोषणा करेगी। आरोप है कि गुजरात में 2009 में मोदी के कहने पर एक युवती की जासूसी की गयी थी। तब प्रदेश के गृह राज्यमंत्री अमित शाह थे।
केंद्र सरकार के रुख का बचाव करते हुए सिब्बल ने कहा था कि जब इस मामले में खुद मोदी सरकार जांच आयोग बना चुकी है तो सवाल क्यों किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा था कि राज्य सरकार के जांच आयोग को तीन महीने में अपनी रिपोर्ट देनी थी लेकिन उसने अभी तक एक भी बैठक तक नहीं की है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, May 4, 2014, 16:16