कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास को नया पैकेज जल्द

कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास को नया पैकेज जल्द

नई दिल्ली : कश्मीरी पंडितों की घाटी में वापसी और पुनर्वास के लिए एक समग्र योजना पर काम किया जा रहा है। नरेंद्र मोदी की सरकार ने इस मुद्दे को अपनी शीर्ष प्राथमिकता पर रखा है। सरकारी अधिकारियों ने कहा कि पंडितों को वापसी का लाभ देने के लिए पैकेज की घोषणा की जा सकती है, जिसमें बढ़ी हुई आर्थिक मदद, जान-माल की सुरक्षा, सरकारी नौकरियां, रोजगार के अन्य अवसर और राशन सब्सिडी आदि शामिल होंगे।

एक अधिकारी ने कहा, ‘चर्चाएं बहुत शुरूआती स्तर पर हैं। विस्थापित कश्मीरी पंडितों की वर्तमान स्थिति के बारे में एक विस्तृत प्रस्तुति नए गृहमंत्री राजनाथ सिंह को दी गई है।’ भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में भी यह कहा गया था कि वह कश्मीरी पंडितों की पूरे सम्मान के साथ वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। आतंकी घटनाओं के कारण 1990 के बाद घाटी से विस्थापित होकर आए लोगों की संख्या बढकर छह-सात लाख हो गई है।

योजनाओं के मुताबिक, कश्मीरी प्रवासियों की वापसी और पुनर्वास का यह नया पैकेज उस पैकेज से ज्यादा आकषर्क होगा, जिसकी घोषणा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अप्रैल 2008 में की थी। इस पैकेज में पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए मकानों के पुनर्निर्माण के लिए प्रति परिवार साढ़े सात लाख रूपए की मदद, ध्वस्त हो चुके मकानों के लिए प्रति परिवार 2 लाख रूपए की मदद और 1989 में उत्पात के दौरान अपनी संपत्तियां बेच चुके लोगों के लिए ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी में मकान खरीदने के लिए प्रति परिवार साढ़े सात लाख रूपए की मदद शामिल है।

पिछले पैकेज की तरह वापस आने वाले प्रवासी परिवारों को अंतरिम अवधि के लिए पारगमन आवास उपलब्ध करवाया जाएगा। इस दौरान वे अपने मकानों का पुनर्निर्माण या मरम्मत करवा सकते हैं। लौटने वाले जिन परिवारों को पारगमन आवास उपलब्ध नहीं करवाए जाएंगे, उन्हें किराया और प्रासंगिक खर्च दिया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि यदि वे कहीं भी असुरक्षित महसूस करते हैं, तो उन्हें सुरक्षा उपलब्ध करवाई जाएगी। (एजेंसी)

First Published: Sunday, June 8, 2014, 15:49

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