Last Updated: Friday, March 7, 2014, 23:02
नई दिल्ली : भारत ने अमेरिकी राजनयिकों को कोई अतिरिक्त सुविधा न देने का स्पष्ट संकेत देते हुए आज कहा कि राजनयिक छूट पारस्परिक आधार पर ही दी जाएगी। भारत ने ये संकेत ऐसे समय में दिए हैं जब ढ़ाई महीने बाद भी अमेरिकी राजदूत को विशेष हवाई अड्डा पास की सुविधा बहाल नहीं की गई है।
सूत्रों ने स्वीकार किया कि पहले अमेरिकी राजनयिकों को ‘दो और लो’ के आधार पर कई सारी सुविधाएं दी जाती थी। उन्होंने कहा कि देवयानी खोबरागड़े मामले से ऐसे मुद्दों पर ‘बेहतर समझ’ पैदा हुई। उन्होंने जोर देकर कहा कि करों, आयात और राजनयिक छूट से जुड़े अन्य फायदे पारस्परिक आधार पर ही दिए जाएंगे। सूत्रों ने यहां बताया कि यह गणित और समीकरण का साधारण मामला है। कूटनीति हमेशा पारस्परिकता के सिद्धांत पर काम करती है और देवयानी मुद्दे से ऐसे मामलों पर बेहतर समझ पैदा हुई है। यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिकी राजदूत को विशेष हवाई अड्डा पास की सुविधा बहाल कर दी गयी है, इस पर सूत्रों ने कहा कि चूंकि हमारे पास वह सुविधा नहीं है इसलिए उन पर भी यही लागू होगा। उन्होंने साफ किया कि अमेरिकी राजदूत नैंसी पॉवेल की विशेष हवाई अड्डा पास की सुविधा बहाल नहीं की गयी है।
गौरतलब है कि भारतीय राजनयिक देवयानी की गिरफ्तारी से पैदा हुए विवाद के समय अमेरिकी राजूदत को दी जाने वाली विशेष हवाई अड्डा पास की सुविधा खत्म कर दी गई थी। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 7, 2014, 23:02