Last Updated: Friday, May 23, 2014, 20:56
नई दिल्ली : कांग्रेस ने शुक्रवार को आगाह किया कि नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में अपने राजतिलक के ‘उत्साह’ में यह नहीं भूल जाना चाहिए कि पाकिस्तान के साथ गंभीर बातचीत करने का माहौल नहीं है। पार्टी ने याद दिलाया कि पाकिस्तान ने अपनी जमीन से संचालित आतंकी ढांचे को नष्ट नहीं किया है।
कांग्रेस महासचिव शकील अहमद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि राजतिलक के उत्साह में कहीं यह न भूल जाएं कि गंभीर बातचीत का माहौल नहीं है। पाकिस्तान की जमीन से चल रहे आतंकी नेटवर्क को नष्ट किये जाने के बारे में उसकी ओर से कोई सकारात्मक संकेत नहीं आया है। अहमद ने कहा कि अफगानिस्तान में आज जो हमला हुआ वह भी इस बारे में संकेत है क्योंकि हम सब को पता है कि अफगानिस्तान में तालिबान को कौन मदद कर रहा है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के शपथग्रहण समारोह के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ सहित दक्षेस देशों के शासनाध्यक्षों को आमंत्रित किया गया है। यद्यपि यह उनका विशेषाधिकार है लेकिन शपथ ग्रहण समारोह में विदेशी मेहमानों को आमंत्रित करने की ऐसी कोई परंपरा नहीं रही है। अहमद ने कहा कि अगर अच्छे संबंधों के लिए बुलाया गया है तो हम इसका स्वागत करते हैं। हम अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं।
साथ ही उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने न ही कभी पाकिस्तान की यात्रा की और न न ही नवाज शरीफ को आमंत्रित किया क्योंकि यह हमारी पूर्व शर्त थी कि जब तक पाकिस्तान अपने यहां आतंकी ढांचे को नष्ट नहीं करता, उसके साथ बातचीत नहीं होगी। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 23, 2014, 20:56