Last Updated: Wednesday, October 30, 2013, 18:32
नई दिल्ली : भारतीय वायुसेना के लिए 126 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद की समय सीमा तय करने से रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने आज इंकार किया।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘यह मुद्दा नहीं है। मुद्दा यह है कि निविदा सौदा समिति (सीएनसी) इस पर काम कर रही है और मैं या सरकार इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकते। कैसे मैं कोई समय सीमा तय कर सकता हूं।’ मंत्री से पूछा गया था कि क्या एचएएल और डसॉल्ट एविएशन के बीच के मुद्दों से निविदा पर हस्ताक्षर करने में विलंब हो रहा है।
भारतीय वायुसेना के उपप्रमुख एयर मार्शल एस. सुकुमार ने कहा था कि दोनों पक्षों के बीच इस वित्त वर्ष के अंत तक अनुबंध पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है, जिसके बाद मंत्री का यह बयान आया है। एंटनी ने कहा कि सीएनसी खत्म होने के बाद कम से कम चार से पांच चरण हैं और फिर प्रस्ताव को मंजूरी के लिए सरकार के समक्ष लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार रक्षा खरीद प्रक्रिया के मुताबिक काम कर रही है और निविदा की जांच के लिए कई निकाय इसमें शामिल हैं।
अपने स्क्वाड्रन में आ रही कमी को दूर करने के लिए भारत ने डसाल्ट एविएशन के राफेल लड़ाकू विमानों का चयन किया था और इस मुद्दे पर वह कम्पनी के साथ समझौते में संलग्न है। सौदा 60 हजार करोड़ से ज्यादा का होने की उम्मीद है और भारतीय रक्षा बल के लिए यह अब तक का सबसे बड़ा सौदा होगा और इस पर गौर करने के लिए रक्षा मंत्रालय हरसंभव एहतियाती कदम उठा रहा है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 30, 2013, 18:32