बाबरी मुद्दे पर कोबरापोस्ट स्टिंग का कोई प्रमाणिक महत्व नहीं : सीबीआई

बाबरी मुद्दे पर कोबरापोस्ट स्टिंग का कोई प्रमाणिक महत्व नहीं : सीबीआई

नई दिल्ली : बाबरी मस्जिद को 1992 में ढहाने के लिए दक्षिणपंथी संगठनों की कथित साजिश का ब्योरा देने वाले ‘कोबरापोस्ट’ स्टिंग ऑपरेशन का सीबीआई के लिए कोई प्रमाणिक मूल्य नहीं है क्योंकि यह पहले ही जांच पूरी कर चुकी है।

सीबीआई में मौजूद उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि सभी कानूनी साक्ष्य एकत्र करने के बाद मामलों की जांच पूरी हो गई है। उन्होंने बताया कि कोबरापोस्ट द्वारा किया गया तथाकथित खुलासा प्रथम दृष्टया कानूनी रूप से मजबूत साक्ष्य नहीं प्रतीत होता है।

सूत्रों ने बताया कि चूंकि सुनवाई पहले ही आगे बढ़ चुकी है इसलिए जांच एजेंसी अदालत के समक्ष इन टेपों का इस्तेमाल साक्ष्य के रूप में नहीं कर सकती।

दो मामले हैं, एक मामला भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी और अन्य के खिलाफ है जो दिसंबर 1992 में अयोध्या में राम कथा कुंज स्थित मंच पर थे, जब बाबरी मस्जिद ढहाया गया था, वहीं दूसरा मामला लाखों कार सेवकों के खिलाफ है जो विवादित ढांचे के अंदर और बाहर थे। (एजेंसी)

First Published: Friday, April 4, 2014, 20:41

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