Last Updated: Friday, February 21, 2014, 00:24
नई दिल्ली : संसद में तेलंगाना विधेयक विधेयक पारित कराने के लिए कांग्रेस के साथ ‘मैच फिक्सिंग’ के आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा ने आज वाम और तृणमूल कांग्रेस पर पलटवार किया और कहा कि वे संप्रग सरकार के ‘भ्रष्टाचार के साथी’ थे।
आंध्र प्रदेश पुनर्गठन विधेयक के पारित होने पर भाजपा नेता एम. वेंकया नायडु ने संवाददाताओं से कहा कि वह कहते हैं कि मैच फिक्सिंग हुई है, जैसे कि भाजपा संप्रग सरकार का हिस्सा हो। वाम संप्रग-1 में सहयोगी था और तृणमूल कांग्रेस तो हाल तक संपग्र में था। वह भ्रष्टाचार के सहयोगी थे। उन्होंने कहा कि सीमान्ध्र क्षेत्र के लिए विशेष पैकेज सहित भाजपा ने कई मुद्दे उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने हमें संतुष्ट करने का प्रयास किया है। विधेयक में कुछ खामियां हैं। लेकिन अगले दो महीने में भाजपा के सत्ता में आने पर उन्हें सुधार लिया जाएगा।
विधेयक पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में प्रदर्शन करने वाले तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि लोकसभा द्वारा विधेयक के जिस रूप और सामग्री को पारित किया गया है वह अवैध है। तृणमूल सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने संसद से बाहर कहा कि हमने अपनी आपत्तियों पर राज्यसभा सभापति (हामिद अंसारी) को सुबह पत्र सौंपा। तेलंगाना पर हुए निर्णय का गोरखालैंड मामले पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर तृणमूल चिंतित है। पश्चिम बंगाल का यह पहाड़ी इलाका लंबे समय से पृथक राज्य के दर्जे की मांग कर रहा है।
इसी तरह महाराष्ट्र में शिवसेना ने राज्य के प्रस्तावित विभाजन का विरोध किया था। यहां भी पृथक विदर्भ राज्य की मांग की जा रही है। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 21, 2014, 00:24