Last Updated: Tuesday, October 22, 2013, 17:15

सांबा: कश्मीर मुद्दे के हल के लिए अमेरिकी हस्तक्षेप संबंधी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मांग को खारिज करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि तीसरे पक्ष की किसी भूमिका का कोई सवाल ही नहीं है।
शिंदे ने यहां कहा कि जम्मू कश्मीर के बारे में पंडित जवाहरलाल नेहरू के समय से ही यह रूख रहा है कि कश्मीर हमारा है। तीसरे पक्ष की कोई बात ही नहीं है। जो कुछ भी होना है वह द्विपक्षीय होगा। अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर संघषर्विराम के उल्लंघनों की बढ़ती घटनाओं की पृष्ठभूमि में गृह मंत्री जम्मू क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं। शिंदे ने भारत और पाकिस्तान के बीच सौहार्दपूर्ण माहौल का आह्वान किया।
घुसपैठ और संघषर्विराम के अक्सर हो रहे उल्लंघन की पृष्ठभूमि में भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के बारे में पूछे जाने पर शिंदे ने कहा कि सौहार्दपूर्ण बातचीत के लिए माहौल होना चाहिए। हम देखेंगे कि किस प्रकार हम उसे बेहतर बना सकते हैं।
एक अन्य सवाल कि संघषर्विराम के उल्लंघनों और सीमा पर गोलीबारी को लेकर भारत क्या पाकिस्तान के साथ सख्ती से बातचीत करेगा या समझौता की स्थिति में रहेगा, शिंदे ने कहा कि जब कभी कोई अच्छी नीति है तो हम समझौते की बात करते हैं। हम कटु बोलकर सख्त नहीं हो सकते। सीमा पर जब भी दूसरा पक्ष शांति भंग करता है, कार्रवाई की जाती है। ऐसा नहीं है कि हम कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। हमने कार्रवाई की है और हमने इसे साबित किया है।
इस आलोचना पर कि भारत हमेशा सहता रहता है, शिंदे ने कहा कि हम यह नहीं कह सकते कि हम हमेशा सहते रहते हैं। कभी कभी हमें समझौते करने होते हैं लेकिन हम हमेशा वह रूख नहीं अपना सकते। अगर हमारे साथ अन्याय हो रहा है तो हमें जवाब देना होगा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 22, 2013, 17:15