दिल्ली में राष्ट्रपति शासन के लिए अभी पहल नहीं : शिंदे

दिल्ली में राष्ट्रपति शासन के लिए अभी पहल नहीं : शिंदे

दिल्ली में राष्ट्रपति शासन के लिए अभी पहल नहीं : शिंदेदिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति को देखते हुए उपराज्यपाल नजीब जंग की ओर से राष्ट्रपति शासन की अनुशंसा केंद्र सरकार को अभी प्राप्त नहीं हुई है। शिंदे ने मीडिया से कहा कि 70 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को मात्र आठ सीटें मिली हैं, इसलिए नई सरकार के गठन में उसे कोई भूमिका नहीं निभानी है।

राष्ट्रपति शासन की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमें उपराज्यपाल की तरफ से कोई अनुशंसा नहीं मिली है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 31 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है, लेकिन सरकार गठन के लिए जरूरी 36 सीटों से वह पीछे है। इसलिए वह सरकार बनाने का दावा पेश नहीं कर सकती। नवोदित आम आदमी पार्टी (आप) 28 सीटें जीतकर दूसरे स्थान पर है।

दोनों पार्टियों का कहना है कि वे विपक्ष में बैठने को तैयार हैं। आप ने भाजपा को समर्थन देने और कांग्रेस से समर्थन लेने से इनकार कर दिया है, ऐसे में नई सरकार के गठन की संभावना क्षीण हो चली है। दिल्ली की मौजूदा सरकार का कार्यकाल 17 दिसंबर को खत्म हो रहा है। इससे पहले सरकार बनने की स्थिति में उपराज्यपाल को राष्ट्रपति शासन की अनुशंसा करनी होगी और निर्वाचन आयोग को छह महीने के भीतर फिर से चुनाव कराना होगा।

(एजेंसी)

First Published: Tuesday, December 10, 2013, 20:37

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