Last Updated: Wednesday, January 29, 2014, 14:43

चेन्नई : अपनी ‘मौत’ के बारे में अपने बड़े भाई एमके अलागिरी की टिप्पणी को हल्के में लेते हुए द्रमुक कोषाध्यक्ष एमके स्टालिन ने बुधवार को पार्टीजन को अपने बड़े भाई का पुतला नहीं फूंकने की हिदायत देते हुए कहा कि पार्टी अनुशासन सर्वोपरि है।
स्टालिन ने कहा कि अलागिरी ने मेरे बारे में जो कहा उसे मैं गंभीरता से नहीं लेना चाहता। ना ही मैं उसे कोई बड़ा मुद्दा बनाना चाहता हूं। जिसने जन्म लिया उसे एक दिन मरना ही होगा। उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने भी अलागिरी के बारे में ऐसी बात की होती तब भी उनके पिता एवं द्रमुक अध्यक्ष एम. करूणानिधि उतने ही आहत होते।
स्टालिन ने कहा कि यही वजह है कि उन्होंने कहा कि मेरे बेटे होने के बजाय वे पार्टी सदस्य हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 29, 2014, 14:43