Last Updated: Thursday, February 6, 2014, 13:25
नई दिल्ली : तेलंगाना के मुद्दे पर कांग्रेस की समस्याओं को बढ़ाते हुए उसकी पार्टी के एक सदस्य और एक तेदेपा सदस्य ने मनमोहन सिंह की सरकार के खिलाफ गुरुवार को अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस दिए।
तेलंगाना सहित कई अन्य मुद्दों पर विभिन्न दलों के भारी हंगामे के कारण सदन में व्यवस्था नहीं बनने के चलते अध्यक्ष मीरा कुमार उन्हें सदन के विचारार्थ पेश नहीं कर पाईं।
कांग्रेस के सब्बम हरि और तेदेपा के वेणुगोपाल रेड्डी ने लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने से कुछ ही देर पहले नोटिस दिए। आंध्र प्रदेश के बंटवारे को लेकर तेलंगाना के पक्ष और विपक्ष में कल भी विभिन्न दलों के सदस्यों ने सदन में भारी हंगामा किया था। पिछले वर्ष दिसंबर में भी सीमांध्र क्षेत्र के छह कांग्रेसी सदस्यों ने संप्रग सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस दिए थे।
अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए उसे करीब 50 सदस्यों यानी सदन के दस फीसदी सदस्यों का समर्थन जरूरी होता है। 15वीं लोकसभा में अभी तक कोई अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया गया है। एक साल पहले ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की योजना जरूरी समर्थन नहीं मिलने के कारण सिरे नहीं चढ़ पायी थी। सदन में पार्टी के 19 सदस्य हैं। गौरतलब है कि सीमांध्र के कांग्रेस सहित अन्य दलों के सदस्य आंध्र प्रदेश के बंटवारे का विरोध कर रहे हैं।
लोकसभा के साथ ही राज्यसभा में भी आज यह मुद्दा गूंजता रहा और कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 6, 2014, 13:25