Last Updated: Friday, March 21, 2014, 00:24
ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली/अहमदाबाद : गुजरात के गांधीनगर से उम्मीदवार बनाए जाने से खफा बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने आखिरकार तस्वीर को साफ करते हुए कहा कि अब वे गांधीनगर सीट से ही लोकसभा चुनाव का चुनाव लड़ेंगे।
शुक्रवार शाम आडवाणी ने एक बयान जारी कर कहा कि वह गुजरात में गांधीनगर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, जैसा कि कल भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने निर्णय किया था। मैं 1991 से लोकसभा में गांधीनगर चुनाव क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता आया हूं, मैंने निर्णय किया है कि आम चुनाव मैं गांधीनगर से ही लड़ूंगा। मैंने अपने इस निर्णय से पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को अवगत करा दिया है। उन्होंने बयान में कहा कि आज सुबह गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मेरे निवास पर आए और इस बात पर जोर दिया कि गुजरात की जनता की इच्छा है कि एक बार फिर मैं गांधीनगर का लोकसभा में प्रतिनिधित्व करूं। पार्टी निर्णय को स्वीकार करने को मनाने के लिए कल और आज मोदी के अलावा सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, एम वेंकैया नायडु और नितिन गडकरी आदि ने उनसे भेंट की थी। आडवाणी ने कहा कि ,अपनी पार्टी के सहयोगियों का यह भाव मुझे गहरे छू गया है।
उन्होंने नरेंद्र मोदी, शिवराज सिंह चौहान और कैलाश जोशी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि वे गुजरात के लोगों के साथ दिल से जुड़े हैं। मैं गुजरात के लोगों की भावना का सम्मान करता हूं। मैंने लोकसभा और राज्यसभा में गुजरात का प्रतिनिधित्व किया है। मैं गुजरात से अभिन्न रूप से जुड़ा हूं।
बीजेपी नेता ने कहा कि राजनाथ सिंह ने मुझ पर फैसला छोड़ा था कि किस सीट से चुनाव लड़ना है। जिसके बाद मैं इस फैसले पर पहुंचा।
इससे पहले, आडवाणी को पार्टी की ओर से मनाने के काफी प्रयास किए गए। बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी खुद आडवाणी के निवास पर गए और उनसे गांधीनगर सीट से चुनाव लड़ने के पार्टी के निर्णय पर सहमत होने का आग्रह किया। आडवाणी इस सीट से पांच बार लोकसभा सदस्य निर्वाचित हो चुके हैं। मोदी के अलावा अरुण जेटली, एम वेंकैया नायडू, सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी जैसे वरिष्ठ नेता भी इस मुद्दे पर आडवाणी से भेंट किए।
वहीं, राजनाथ सिंह ने चेन्नई में आज एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि यह आडवाणी जी को चुनना है कि उन्हें कहां से चुनाव लड़ना है। दरअसल, उनसे उन खबरों के बारे में पूछा गया था जिसमें कहा जा रहा है कि आडवाणी पार्टी की केन्द्रीय चुनाव समिति के उस निर्णय से खुश नहीं हैं, जिसमें उन्हें गुजरात की गांधीनगर लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवार घोषित किया गया है। सिंह ने कहा कि केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा आडवाणी को गांधीनगर से उम्मीदवार बनाने का गुजरात की पार्टी इकाई का प्रस्ताव स्वीकार कर लिए जाने के बाद उन्हें मध्य प्रदेश इकाई से एक प्रस्ताव मिला, जिसमें आडवाणी को भोपाल से चुनाव लड़ने के लिए आमंत्रित किया गया।
गौर हो कि आडवाणी इस बात से सख्त नाराज थे कि इस बार भोपाल से चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त करने के बावजूद उन्हें गांधीनगर से उम्मीदवार बनाने का पार्टी ने निर्णय किया। आडवाणी के गांधीनगर के बजाय भोपाल से चुनाव लड़ने को भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी से उनके रिश्तों में खिंचाव आने के रूप में देखा जा रहा था। बीती रात पार्टी के उम्मीदवारों की सूची जारी करने के बाद से मोदी सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने आडवाणी से मुलाकात करके उन्हें मनाने का प्रयास किया। बुधवार रात मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत से भी भेंट की। समझा जाता है कि उन्होंने उनसे मामले में हस्तक्षेप का आग्रह किया।
First Published: Thursday, March 20, 2014, 19:22