Last Updated: Monday, November 18, 2013, 22:37
नई दिल्ली : आस्ट्रेलिया ने परमाणु आपूर्ति समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता का समर्थन करने की आज घोषणा की और दोनों देशों के बीच चल रही असैन्य परमाणु वार्ता को ‘प्राथमिकता वाली प्रक्रिया’ करार दिया। भारत और आस्ट्रेलिया अगले दौर की वार्ता 26 और 27 नवम्बर को करेंगे।
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने असैन्य परमाणु संबंधों, आतंकवाद निरोधक, सुरक्षा, रक्षा और रणनीतिक रूप से अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए आस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री जूली बिशप के साथ बातचीत की। बाद में बिशप ने खुर्शीद के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की, आस्ट्रेलियाई सरकार ने निर्णय किया है कि हम एनएसजी में भारत की सदस्यता का समर्थन करेंगे और मैंने आस्ट्रेलिया के निर्णय के बारे में विदेश मंत्री खुर्शीद को आज रात सूचित कर दिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में और वैश्विक रूप से भारत के रणनीतिक महत्व तथा भारत का परमाणु अप्रसार का रिकार्ड देखते हुए यह उचित है।
उन्होंने आशा जताई कि असैन्य परमाणु सहयोग समझौता तय हो जाएगा और कहा कि बातचीत जारी रहेगी और ऐसा समझौता किया जाएगा जिससे दोनों पक्षों को लाभ हो। आस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री का कार्यभार संभालने के बाद भारत की पहली यात्रा पर बिशप श्रीलंका से मुंबई आईं। उन्होंने श्रीलंका में चोगम सम्मेलन में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि भारत.आस्ट्रेलिया संबंधों के अच्छे दिन ‘अभी आने बाकी हैं’ और उद्देश्य ‘व्यापक, गहरा और अधिक विविधतापूर्ण सम्पर्क विकसित करना है।
इससे पहले, बातचीत में बिशप ने जोर देकर कहा कि असैन्य परमाणु समझौता जल्द से जल्द करना एक ‘प्राथमिकता वाली प्रक्रिया’ है और दोनों देश एक समझौते पर ‘दोनों की सहमति वाली शर्तों’ पर बातचीत कर सकेंगे। खुर्शीद ने कहा कि हम आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री की अगले वर्ष भारत यात्रा के लिए एक बहुत नजदीकी तिथि तलाश रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 18, 2013, 22:37