उमर का कश्मीर के स्थायी समाधान को वार्ता का आह्वान

उमर का कश्मीर के स्थायी समाधान को वार्ता का आह्वान

जम्मू : जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राज्य को प्रभावित करने वाले मुद्दों के समाधान के लिए भारत और पाकिस्तान तथा राज्य के खास राजनीतिक समूहों और केंद्र के बीच बातचीत पर जोर दिया ताकि मुद्दों को समाधान शांतिपूर्ण ढंग से हो जाए। उमर ने कहा कि बंदूक किसी भी समस्या का हल नहीं और युद्ध से किसी भी मुद्दे का हल नहीं हुआ बल्कि इसने कई मुद्दे बना दिये हैं।

उमर ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर जारी एक संदेश में लोगों को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए राज्य और देश की शांति, समृद्धि और प्रगति तथा लोगों की खुशहाली की कामना की। उन्होंने कहा, ‘भारत और पाकिस्तान तथा राज्य के खास समूहों और केंद्र के बीच बातचीत को बहाल करने की जरूरत है ताकि मुद्दों का समाधान शांतिपूर्ण ढंग से हो जाए।’ उन्होंने कहा, ‘बंदूक किसी भी समस्या का हल नहीं और युद्धों से कभी किसी मुद्दे का समाधान नहीं हुआ बल्कि इससे कई मुद्दे खड़े हो गए।’

उमर ने उल्लेख किया कि उन्होंने राज्य को प्रभावित करने वाले राजनीतिक मुद्दों को लेकर आंतरिक और बाहरी बातचीत सुगम बनाने के लिए बार बार किये अपने प्रयासों का उल्लेख किया। उमर ने कहा, ‘विकास को आगे बढ़ाने के लिए शांति अत्यंत जरूरी है।’ उन्होंने कहा कि इससे राज्य में बड़ी संख्या में पर्यटक आकर्षित करने में मदद मिली है। उन्होंने राज्य की पुनर्वास नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के 380 युवक लौटे हैं और उनकी सरकार हिंसा में शामिल नहीं होने वालों मदद करना जारी रखेगी।

कश्मीरी पंडितों की राज्य वापसी पर उमर ने कहा कि उनकी सरकार ने कई पहल की हैं और घाटी में समुदाय के 1500 लड़कों और लड़कियों को घाटी में नौकरियां दी गईं। उन्होंने इस वर्ष होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों पर जोर दिया और लोगों से बड़ी संख्या में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने की अपील की। उन्होंने अपनी सरकार के इस महीने के शुरू में पांच वर्ष पूरे करने पर कहा कि यद्यपि शानदार प्रगति प्राप्त की गई है, स्थायी शांति और समृद्धि प्राप्त करने के लिए और करने की जरूरत है। (एजेंसी)

First Published: Saturday, January 25, 2014, 22:49

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