Last Updated: Monday, February 17, 2014, 17:48

नई दिल्ली : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्व सैनिकों की लंबे समय से चली आ रही ‘एक रैंक-एक पेंशन’ की मांग को स्वीकार किए जाने के सरकार के फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए इसका स्वागत किया है।
राहुल ने सोनिया गांधी के निवास दस जनपथ पर संवाददाताओं से कहा, ‘एक रैंक- एक पेंशन’ की मांग को लेकर पिछले कुछ दिनों के अंदर अनेक प्रतिनिधिमंडलों ने उनसे मुलाकात की थी। सभी का कहना था कि यह एक ऐतिहासिक एवं जरूरी कदम है। हमारी सेना राष्ट्र और जनता के लिए संघर्ष करने के लिए हमेशा तैयार रहती है.. यह हमारा कर्तव्य है कि हम उन्हें पूरा समर्थन दें।’
उन्होंने कहा, ‘यह ऐतिहासिक कदम उठाने के लिए मैं सरकार, प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष को धन्यवाद देता हूं। हमारी सरकार पूरी तरह उनके साथ है। वे हमेशा राष्ट्र के लिए सतर्क रहते हैं।’ वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने सोमवार को लोकसभा में वर्ष 2014-15 के लिए अंतरिम बजट पेश करते हुए कहा कि सरकार एक रैंक-एक पेंशन योजना को लागू करने के लिए रक्षा पेंशन खाते में 500 करोड़ रुपए देगी।
सरकार के इस फैसले से सेना के तकरीबन 30 लाख पेंशनभोगियों को फायदा होने की उम्मीद है। यह फैसला वित्तीय वर्ष 2014-2015 से प्रभावी होगा। पिछले सप्ताह कांग्रेस उपाध्यक्ष ने पूर्व सैनिकों के लिए ‘एक रैंक-एक पेंशन’ की मांग का समर्थन किया था और पूर्व सैनिकों के प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया था कि यह जल्दी से जल्दी लागू हो इसके लिए वह पूरा प्रयास करेंगे। राहुल गांधी ने यहां 14 फरवरी को करीब एक हजार पूर्व सैनिकों की बैठक में उनसे बातचीत के दौरान कहा, ‘मैं आपके पक्ष में हूं। मैं आपकी चिंताओं को समझता हूं। देश के लिए आपने अपना जीवन दिया है। आपकी मांगे पूरी हो, इसके लिए मैं वह सब करूंगा जो मैं कर सकता हूं।’
हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के पूर्व सैंनिकों के प्रतिनिधिमंडल ने यहां राहुल गांधी से मुलाकात कर उनसे ‘एक रैंक-एक पेंशन’ की नीति को लागू करने की मांग को आगे बढ़ाने का अनुरोध किया था। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 17, 2014, 17:48