मोदी के हिन्दी प्रेम को विपक्षी दलों ने भी सराहा

मोदी के हिन्दी प्रेम को विपक्षी दलों ने भी सराहा

नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान भले ही नरेन्द्र मोदी को विपक्षी दलों की तमाम आलोचनाओं का सामना करना पड़ा हो, लेकिन आज विपक्ष के कई दलों ने उनकी इस बात के लिए सराहना की कि उन्होंने चुनाव के दौरान दक्षिण और पूर्वोत्तर राज्यों सहित पूरे देश में हिन्दी में ही भाषण दिये।

राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान जदयू सदस्य के सी त्यागी, सपा के रामगोपाल यादव और राकांपा सदस्य डी पी त्रिपाठी ने प्रधानमंत्री के हिन्दी में भाषण देने की सराहना की। त्रिपाठी ने तो उनकी सराहना करते हुए यहां तक कहा कि वह ‘पहले ऐसे गैर अंग्रेजीदां व्यक्ति’ हैं जो देश के प्रधानमंत्री जैसे शीर्ष पद तक पहुंचे हैं।

त्रिपाठी ने कहा कि मोदी ने दक्षिण और पूर्वोत्तर के राज्यों में चुनाव प्रचार के दौरान हिन्दी में बोलना पसंद किया। हालांकि कई राष्ट्रीय नेता इन गैर हिन्दी भाषी क्षेत्रों में जाकर अंग्रेजी में भाषण देना पसंद करते हैं। उन्होंने कहा कि हिन्दी में भाषण देने के कारण मोदी को देश के आम व्यक्ति के साथ अपना संवाद कायम करने में काफी मदद मिली और वह अपना संदेश उस तक आसानी से पहुंचा पाये।

त्यागी ने भी कहा कि हिंदी में बोलने के लिए वह नरेंद्र मोदी की सराहना करते हैं। रामगोपाल यादव ने भी मोदी के हिंदी में भाषण देने की सराहना की। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी हर जगह हिंदी में बोलते हैं, इसके लिए वह उनकी सराहना करते हैं। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, June 10, 2014, 20:26

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