Last Updated: Friday, March 7, 2014, 22:19

नई दिल्ली : भारत के एक अन्य युद्धपोत आईएनएस कोलकाता के दुर्घनाग्रस्त होने और उसमें एक नौसेनिक अधिकारी के मारे जाने पर दुख जताते हुए भाजपा ने शुक्रवार को कहा कि रक्षा मंत्री ए के एंटनी को इसकी जवाबदेही स्वीकारते हुए तुरंत अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।
उसने कहा कि कांग्रेस नीत 10 साल के शासन में नौसेना की ऐसी उपेक्षा हुई कि आज हमारे नौसैनिक और युद्धपोत एक तरह से कभी भी फूट सकने वाले बमों पर तैर रहे हैं। पार्टी के प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने यहां आरोप लगाया कि संप्रग सरकार द्वारा नौसेना की पूर्ण उपेक्षा किए जाने के चलते पिछले 11 महीने में यह 11 वीं दुर्घटना है।
सशस्त्र बलों के सर्वस्व कमांडर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से उन्होंने इस स्थिति की विस्तृत जांच कराने का आग्रह किया और साथ ही कहा कि इन दुर्घटनाओं के लिये प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी देश को जवाब देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कल ही कहा है कि रक्षा मंत्रालय उसे दिए गए धन का ‘विवेकपूर्ण’ इस्तेमाल नहीं कर रहा है। जावड़ेकर ने इसे आधा सच बताते हुए कहा कि पहली बात तो यह है कि वित्त मंत्री रक्षा बलों की जरूरतों के अनुसार उन्हें उचित धन मुहैया नहीं करा रहे हैं और यह भी सच है कि रक्षा बल उसका सही इस्तेमाल भी नहीं करे रहे हैं।
संप्रग पर उन्होंने आरोप लगाया कि 10 साल के अपने शासन में उसने नौसेना के साथ उचित व्यवहार नहीं किया। नौसेना के कई युद्धपोतों की हालत खस्ता है। नौसेनिक एक तरह से कभी भी फूट सकने वाले बमों पर तैर रहे हैं। भाजपा नेता ने कहा कि इस सरकार के 10 साल की सत्ता में एक भी डीजल पनडुब्बी नहीं खरीदी गई। इसके चलते नौसेना पुरानी और जर्जर हो चुकी पनडुब्बियों का इस्तेमाल करने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि यहां तक कि रूस से लिया गया विमान वाहक आईएनएस विक्रमादित्य भी आवश्यक सुरक्षा तंत्रो से लैस नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 7, 2014, 22:19