Last Updated: Saturday, March 22, 2014, 21:54
ज़ी मीडिया ब्यूरोभोपाल : भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह को बाड़मेर से टिकट नहीं दिए जाने और फिर जसवंत की चेतावनी के बाद भारतीय जनता पार्टी में दरार चौड़ी होती जा रही है। अब पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने भी इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी जताई है। सुषमा स्वराज ने आज भोपाल में पत्रकारों से बातचीत में कहा, `पार्टी ने जसवंत सिंह के साथ जो किया, उससे मैं व्यक्तिगत रूप से दुखी हूं।`
दरअसल जसवंत सिंह राजस्थान की बाड़मेर सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें वहां से टिकट नहीं दिया। इस बात से जसवंत सिंह काफी दुखी हैं और वह निर्दलीय चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं। शनिवार को उन्होंने कहा कि भाजपा पर नकली लोगों का कब्जा हो गया है। जसवंत ने कहा है कि 24 मार्च को वह अपनी अगली रणनीति का खुलासा करेंगे।
सुषमा स्वराज ने कहा, `जसवंत सिंह का टिकट क्यों कटा, मुझे नहीं पता लेकिन मुझे बहुत दुख हुआ।` सुषमा से जब संवाददाताओं ने जसवंत सिंह की नाराजगी को लेकर पूछा तो उन्होंने कहा, `जहां तक जसवंत सिंह का सवाल है, ये निर्णय पार्टी ने किया है। ये साधारण निर्णय नहीं है।’ उन्होंने कहा कि असाधारण निर्णय अकारण तो नहीं लिए जाते हैं। कोई न कोई कारण रहा होगा। ये वो टिकट है, जिसे चुनाव समिति में तय नहीं किया गया है। ये बाद में तय किया गया है।
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब सुषमा स्वराज ने पार्टी के किसी फैसले पर अपनी नाराजगी जताई हो। इससे पहले जब कर्नाटक में रेड्डी बंधुओं को पार्टी में वापस लाया गया और भ्रष्टाचार के आरोपी श्रीरामुलु को बेल्लारी से टिकट दिया गया, तब भी उन्होंने अपना विरोध दर्ज कराया था। तब सुषमा ने ट्वीट कर कहा था कि उनकी असहमति के बावजूद पार्टी ने यह फैसला लिया। लेकिन सुषमा स्वराज की आपत्ति को पार्टी पहले से ही नजरअंदाज करती आई है, जैसा कि कर्नाटक के मामले में हुआ। (एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Saturday, March 22, 2014, 21:54