भारत के साथ वार्ता जारी रखना चाहता है पाक

भारत के साथ वार्ता जारी रखना चाहता है पाक

मुंबई : पाकिस्तान ने दोनों देशों के बीच युद्ध से कुछ नहीं मिल पाने की बात करते हुए मंगलवार को कहा कि वह भारत के साथ सतत एवं व्यापक वार्ता प्रक्रिया चाहता है। साथ ही, प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपने देश की आर्थिक वृद्धि और समृद्धि के लिए नई दिल्ली के साथ शांति चाहते हैं।

भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने मंगलवार शाम कहा, ‘हमारे प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विचार, नीतियां और उनकी दूरदृष्टि बहुत स्पष्ट है। उनका मानना है कि जब तक भारत के साथ हम शांति स्थापित नहीं करते तब तक हमारी विकास और समृद्धि की आकांक्षाओं का पूरा हो पाना मुश्किल है।’

उन्होंने कहा कि शांति दोनों ही देशों के पारस्परिक हित में है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने अतीत में युद्ध लड़े हैं और उनसे कुछ नहीं पाया है। शांति के लिए हम एक सतत और व्यापक वार्ता प्रक्रिया चाहेंगे।``

उन्होंने कहा, ‘‘एक स्तर पर भारत के साथ पाकिस्तान वार्ता प्रक्रिया में प्रवेश करने का अनिच्छुक था। हम चाहते थे कि जम्मू कश्मीर मुद्दे का पहले हल हो लेकिन यह नहीं हो सका और यदि पूर्व शर्तें रही तो ऐसा भविष्य में भी नहीं होगा।’’ बासित ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत को रोकने के लिए और अपनी सुरक्षा को खतरे को टालने के लिए चीन के साथ एक सैन्य गठजोड़ किया है। इस तरह चीन और पाकिस्तान अच्छे मित्र हो गए। चीन के साथ हमारे संबंध अच्छे हैं और ये खरे उतरे हैं।

उन्होंने कहा कि भारत ने जब प्रथम परमाणु परीक्षण किया था तो पाकिस्तान चिंतित हुआ था और इससे इस्लामाबाद को परमाणु क्षमता पर विचार करना पड़ा।

बासित ने कहा कि भारत ने 1974 में अपना प्रथम परमाणु परीक्षण किया और पाकिस्तान सचमुच में इससे चिंतित हुआ था। अपनी औचित्यपूर्ण सुरक्षा जरूरतों पर विचार करते हुए हमने भी पमराणु क्षमता ढूंढना शुरू कर दिया। सर्वाधिक आतंकवादी हमले का दंश झेलने वाले शहर के रूप में मुंबई की याद दिलाए जाने पर बासित ने कहा कि पाकिस्तान खुद भी आतंकवाद से पीड़ित है और पाकिस्तान में न्यायपालिका स्वतंत्र है तथा मुंबई हमलों के गुनहगारों को न्याय के दायरे में लाया जाएगा, भले ही इसमें कुछ वक्त लग जाए।

उन्होंने पूछा कि यहां समझौता एक्सप्रेस मुकदमे का क्या हुआ। इसमें 42 पाकिस्तानी मारे गए थे। लेकिन हमें अभी तक कोई फैसला नहीं मिला। किसी को दोषी नहीं ठहराया गया। इन चीजों को पूरा होने में वक्त लगता है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, April 30, 2014, 00:39

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