संसद कार्यवाही की मंगलवार तक के लिए स्थगित

संसद कार्यवाही की मंगलवार तक के लिए स्थगित

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में स्थित राहत शिविरों में बच्चों की मौत और पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही सोमवार को बार-बार बाधित हुई और अंतत: दोनों सदनों की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सदस्यों ने दोनों सदनों में दंगा पीड़ितों के लिए बनाए गए राहत शिविरों में बच्चों की मौत के मुद्दे उठाए।

लोकसभा में बसपा के सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप पहुंच गए और नारेबाजी करके उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार को बर्खास्त करने की मांग करने लगे। सपा सदस्यों ने इसका विरोध किया और जवाबी नारेबाजी की। तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्यों ने आंध्र प्रदेश बचाओ का नारा लगाया।

लोकसभा की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक फिर अपराह्न् दो बजे तक और अंत में दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले सदन ने 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन पर संयुक्त संसदीय समिति की विवादास्पद रिपोर्ट को मंजूरी दे दी। रिपोर्ट में पूर्व दूरसंचार मंत्री ए. राजा को पूरे मामले के लिए दोषी ठहराया गया है और इसके विरोध में डीएमके के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।

राज्यसभा में भी ऐसा ही नजारा देखा गया। बसपा सदस्यों ने बच्चों की मौत के मुद्दे पर सदन में हंगामा कर दिया।

बसपा नेता सतीश मिश्रा ने कहा कि 50 बच्चों की मौत हो चुकी है। उत्तर प्रदेश की सरकार हत्यारी सरकार है। वह बच्चों की हत्या कर रही है। तेदेपा के सदस्यों ने भी नारेबाजी की। इससे बाध्य होकर राज्यसभा के सभापति एम.हामिद अंसारी ने सदन की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित की और बाद अपराह्न् दो बजे तक के लिए तथा अंतर में राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। (एजेंसी)

First Published: Monday, December 9, 2013, 16:26

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