Last Updated: Wednesday, December 11, 2013, 15:10
नई दिल्ली: संसद के दोनों सदनों में तेलंगाना और खाद्य महंगाई सहित अन्य मसलों पर हो रहे हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही बुधवार को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू होते ही शोरशराबा शुरू हो गया जिसके बाद प्रश्नकाल नहीं चल पाया।
सीमांध्र के सांसदों द्वारा तेलंगाना गठन के विरोध में नारेबाजी शुरू करने पर लोकसभा की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सांसदों ने महंगाई और मुजफ्फरनगर के दंगा पीड़ितों के राहत शिविरों में बच्चों की मौत का मामला भी उठाया।
हंगामे के बीच अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। यही दृश्य राज्यसभा में भी देखा गया, जहां सभापति हामिद अंसारी ने कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
लोकसभा में कार्यवाही दोपहर 12 बजे शुरू होने पर सदस्य 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले पर आई संयुक्त संसदीय समिति की रिपोर्ट, खाद्य महंगाई और श्रीलंकाई नौसेना द्वारा तमिल मछुआरों पर हमले जैसे मुद्दों पर हंगामा किया।
मीरा कुमार ने कहा कि वह सदन को दोबारा स्थगित करने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने सदन में कहा कि उन्हें सरकार और कई सांसदों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस मिला है। शोरशराबे के बीच कार्यवाही अगले दिन तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इधर, राज्यसभा में दोपहर 12 बजे कार्यवाही शुरू होते ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसदों ने अन्य पिछड़ी जातियों की श्रेणी में 17 अन्य जातियों को शामिल करने की मांग उठाई। बसपा को समाजवादी पार्टी (सपा) का समर्थन मिला।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एम.वेंकैया नायडू ने इस बीच 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले पर संयुक्त संसदीय समिति की रिपोर्ट पर चर्चा कराने की मांग की। उपसभापति पी.जे.कुरियन द्वारा की गई शांति की अपील अनसुनी कर दी गई और इसे देखते हुए सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। संसद के शीतकालीन सत्र के 12 कार्य दिवसों में से बुधवार पांचवां दिन है। इस दौरान अब तक किसी प्रमुख विषय पर चर्चा नहीं हो पाई है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 11, 2013, 15:10