Last Updated: Tuesday, November 19, 2013, 11:16
ज़ी मीडिया ब्यूरोवडोदरा: एक तरफ देश में बढ़ती जनसंख्या से संसाधनों पर असर पर रहा है। प्रति व्यक्ति जमीन की कमी हो रही है। आवश्यक चीजों की मांगों पर दबाव बढ़ रहा है। दूसरी ओर पारसी समुदाय में जनसंख्या बढ़ाने के लिए मासिक भत्ता का ऐलान किया गया है। यह फैसाला पारसियों की जनसंख्या में आ रही कमी को देखते हुए लिया गया है। और कहा गया कि उन दंपतियों को मासिक भत्ता मिलेगा जो दूसरे या तीसरे बच्चे को जन्म देते हैं। यह बात बंबई पारसी पंचायत ने कही है।
पंचायत के अध्यक्ष दिनशॉ मेहता ने कहा कि गुजरात के वलसाड जिले के संजान में कल हुई समुदाय की बैठक में निर्णय किया गया कि जो पारसी दंपति दूसरे बच्चे को जन्म देता है, उसे बच्चे की उम्र 18 वर्ष होने तक तीन हजार रुपए प्रतिमाह भत्ता दिया जाएगा जबकि तीसरे बच्चे को जन्म देने वाले दंपतियों को 5000 रुपए प्रतिमाह का भत्ता मिलेगा।
मेहता ने बताया, देश एवं विदेश के करीब 3000 पारसी परिवारों ने बैठक में हिस्सा लिया। हमने बदलते समय में जरथ्रुस्ट्र समुदाय के अस्तित्व के मुद्दे पर चर्चा की। यह बैठक प्रतिवर्ष `संजान दिवस` पर आयोजित की जाती है जो 1297 वर्ष पहले भारत में पारसियों के आगमन पर मनाया जाता है। उन्होंने कहा, प्रतिवर्ष पारसियों की जनसंख्या में 10 से 15 फीसदी की कमी आती है। अगर इस प्रवृत्ति पर रोक नहीं लगाई तो 2050 तक यह संख्या कम होकर 36 हजार हो जाएगी।
First Published: Tuesday, November 19, 2013, 11:15