Last Updated: Tuesday, December 10, 2013, 11:00

नई दिल्ली : कांग्रेस की सहयोगी पार्टी राकांपा प्रमुख शरद पवार ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के आविर्भाव पर निशाना साधते हुए आज कहा कि सत्ताधारी पार्टी के कमजोर नेतृत्व के चलते ‘छद्म कार्यकर्ताओं’ का उद्भव हुआ है जो कि जमीनी वास्तविकतओं से जुड़े हुए नहीं हैं।
पवार ने कहा, हमें उन वर्ग के लोगों के बारे में विचार करने की जरूरत है जो अपने अव्यावहारिक विचारों से जनता की राय को प्रभावित या बदलने का प्रयास कर रहे हैं। युवाओं ने इन चुनावों में अपना गुस्सा स्पष्ट रूप से दिखा दिया है और हमें यह पता लगाने की जरूरत है कि वे नाराज क्यों हैं।’’ कृषि मंत्री ने कहा कि आप ने वोट प्याज, सब्जी और बिजली की दरें कम करने के नाम पर बंटोरे हैं लेकिन यह राज्य सरकारों के हाथ में नहीं है।
पवार ने कहा, ‘यह करने की बजाय कहना आसान है। राज्य इनकी कीमतें नियंत्रित नहीं कर सकते क्योंकि यह मांग और आपूर्ति पर निर्भर करता है जो काफी हद तक सूखा, पानी की उपलब्धता जैसी स्थितियों पर निर्भर करता है।’ उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में फिर से चुनाव आसन्न हैं क्योंकि भाजपा ने निर्णय किया है कि वह सत्ता से दूर रहेगी और वह यह देखना चाहते हैं कि यदि आप बढ़त लेती है तो क्या करती है।
उन्होंने कहा, ‘उन्होंने (केजरीवाल) वादा किया था कि यदि वह सत्ता में आये तो वह प्याज की कीमतों को घटाकर आधा कर देंगे। भाजपा के सत्ता से दूर रहने के फैसले के साथ दिल्ली में अगले चार.पांच महीने राज्यपाल का शासन रहेगा। पवार ने कहा, आप को पांच.छह और सीटें लानी चाहिए और सत्ता में आना चाहिए। वे संभवत: ले आएंगे जब चार.पांच महीने बाद चुनाव दोबारा होंगे। उन्होंने अरविंद केजरीवाल नीत आप को चुनौती दी कि सत्ता में आने पर वह प्याज, सब्जी और बिजली के दाम नीचे लायें ताकि जनता को उनके प्रचार के बारे में सच्चाई का पता क्योंकि राज्यों का इनकी कीमत पर कोई नियंत्रण नहीं होता। 73 वर्षीय राकांपा नेता ने कहा कि आप के प्रचारों में भ्रष्टाचार मुक्त दिल्ली का वादा किया गया था लेकिन वे ही लोग चाहते हैं कि अवैध कालोनियां नियमित हों। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 10, 2013, 10:58