Last Updated: Monday, March 3, 2014, 18:37
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली: ऐसा लगता है कि सियासतदानों को विवादित बयान देने की इन दिनों बीमारी हो गई है। पहले सलमान खुर्शीद, फिर आजम खान और अब इस फेहरिस्त में केन्द्रीय मंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला का नाम शामिल हो गया है।
केन्द्रीय मंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर के लोगों को `महाचोर` कहा है। उन्होंने बिजली चोरी को लेकर रविवार को दिल्ली में यह टिप्पणी की थी जिसपर विवाद हो रहा है। हालांकि बाद में फारुक ने अपने इस बयान का खंडन किया है और कहा है कि उनकी बात का गलत मतलब निकाला गया।
फारूक ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग चोर नहीं महाचोर हैं। उन्होंने कहा कि वे गैर कानूनी तरीके से बिजली के कनेक्शन का इस्तेमाल करते हैं और दलालों को घूस देते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऊर्जा नवीनीकरण के उपयोग के मामले में जम्मू-कश्मीर नॉन परफॉर्मर है।
अब्दुल्ला द्वारा कश्मीर के लोगों के बारे में दिए गए एक बयान पर जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा में सोमवार को काफी शोर-शराबा हुआ। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने विधायकों के विरोध का नेतृत्व किया।
मुफ्ती ने विधानसभा के बाहर मीडिया से कहा कि नेशनल कांफ्रेंस कैसे इतनी निर्लज्ज हो सकती है? वह राज्य में भ्रष्टाचार की संरक्षक रही है और वह कश्मीरियों को चोर कह रही है। यह बिल्कुल बेशर्मी है।
अब्दुल्ला ने घाटी में बिजली की कथित चोरी को लेकर यह बयान दिया था। उनके मुताबिक लोग राज्य सरकार के बिजली विभाग को बिल देने से बचने के लिए मीटर लगवाने से बचते हैं। उन्होंने राज्य के नवीकरणीय ऊर्जा पर सिटिजन रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि कश्मीरी चोर नहीं, महाचोर हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Monday, March 3, 2014, 13:37