Last Updated: Thursday, October 24, 2013, 23:58
नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने खुद को विदेशी स्रोतों से मिले चंदे की जांच का अनुरोध करने वाली याचिका को बिल्कुल तुच्छ और दुर्भावनापूर्ण ’ बताते हुए आज इसे खारिज कर दिया लेकिन कहा कि वह इस मुद्दे पर किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार है।
ठीक इसी वक्त अरविंद केजरीवाल नीत पार्टी ने पूछा कि सरकार एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) द्वारा दायर की गई इसी तरह की एक याचिका पर अपने पैर पीछे क्यों खींच रही है। कल, दिल्ली उच्च न्यायालय ने केंद्र से आप के खातों की फिर से जांच कर उसे मिले धन के स्रोत का पता लगाने को कहा था।
न्यायमूर्ति प्रदीप नंदराजोग और न्यायमूर्ति वीके राव की एक पीठ ने केंद्र के वकील को आप के खातों की जांच करने कर अदालत को 10 दिसंबर तक इसकी जानकारी देने को कहा। आप प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि बिल्कुल तुच्छ और दुर्भावनापूर्ण तरीके से दायर की गई याचिका पर यह आदेश आया है। याचिका एमएल शर्मा नाम के व्यक्ति ने दायर की थी।
उन्होंने कहा कि याचिका में आप की बजाय अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, प्रशांत भूषण और शांति भूषण को प्रतिवादी बनाया गया है। पार्टी ने कहा कि एडीआर की याचिका दिल्ली उच्च न्यायालय में करीब एक साल से लंबित है जिसने कांग्रेस और भाजपा के कोष प्राप्त करने पर दस्तावेजी साक्ष्य पूरा कर लिया है। ‘सरकार इस मामले में अपने पैर पीछे खींच रही है और दस्तावेजी साक्ष्य के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 24, 2013, 23:57