Last Updated: Monday, October 21, 2013, 17:16

मॉस्को : रूस के प्रतिष्ठित मॉस्को स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस ने सोमवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को डॉक्टर की मानद उपाधि प्रदान की।
यहां एक विशेष समारोह में इस विशिष्ट सम्मान को स्वीकार करते हुए सिंह ने कहा कि संस्थान द्वारा उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान करना उनके लिए बेहद सम्मान की बात है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस संस्थान का इतिहास काफी शानदार रहा है और इसने रूसी तथा अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में काफी योगदान दिया है।
सिंह ने कहा, ‘‘आपका यह सम्मान भारत के प्रति रूसी लोगों के प्यार का प्रतीक है। साथ ही यह दोनों देशों के रिश्तों की मजबूती को दर्शाता है। सार्वजनिक जीवन में पिछले कई दशकों में मैंने निजी तौर पर इसका अनुभव किया है।’’
सिंह ने कहा कि भारत व रूस से कई सदी पुराने रिश्ते व्यापार और संस्कृति से जुड़े हैं। अपने संबोधन में सिंह ने महात्मा गांधी व लियो टॉल्सटॉय का उल्लेख करते हुए कहा कि दोनों के बीच पत्राचार से पता चलता है कि किस तरह गांधी के अहिंसा के सिद्धान्त को लेकर टॉल्सटॉय की सोच कितनी रचनात्मक थी।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘20वीं सदी दोनों देशों के लिए एक उपलब्धिपूर्ण बदलाव की रही। इस दौरान दोनों देशों के राजनीतिज्ञों, बुद्धिजीवियों तथा कलाकारों ने किस तरह आपस में संबंध रखा और साथ ही एक-दूसरे के विचारों को प्रभावित किया।’’
प्रधानमंत्री रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के साथ 14वें सालाना शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कल यहां पहुंचे हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, October 21, 2013, 17:16