Last Updated: Tuesday, May 27, 2014, 08:55

नई दिल्ली : भारत के उज्जवल भविष्य की गाथा लिखने में जनता का समर्थन मांगते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज रात कहा कि वह दुनिया भर के लोगों से बातचीत करने के लिए भविष्य में भी सोशल मीडिया का उपयोग करते रहेंगे क्योंकि वह विचारों को साझा करने के मंच में विश्वास रखते हैं ।
प्रधानमंत्री के रूप में अपने साथी भारतीयों और दुनिया के लोगों के नाम लिखे अपने पहले पत्र में मोदी ने कहा है, ‘मैं दुनिया के लोगों के साथ बातचीत करने के लिए तकनीक और सोशल मीडिया की ताकत में पूरी तरह विश्वास रखने वाला व्यक्ति हूं । मैं आशा करता हं कि यह मंच सुनने, सीखने और विचारों को साझा करने का अवसर प्रदान करेगा ।’ प्रधानमंत्री की आधिकारिक वेबसाइट पर साझा किए गए इस पत्र में उन्होंने लिखा है, ‘इस वेबसाइट के माध्यम से आपको मेरे भाषणों, कार्यक्रमों, विदेश यात्राओं और अन्य विषयों की ताजा जानकारी मिलती रहेगी ।’ उन्होंने लिखा है, ‘मैं आपको भारत सरकार की ओर से उठाए गए नवोन्मेषी कदमों के बारे में भी सूचित करता रहूंगा ।’ उन्होंने लिखा है कि 16 मई को विकास, सुशासन और स्थिरता का जनादेश मिला है ।
मोदी ने लिखा है, ‘ऐसे में जबकि हम भारत की विकास यात्रा को नयी उंचाईयों तक लेजाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, हमें आपके समर्थन, आशीर्वाद और सक्रिय भागीदारी की जरूरत है ।’ प्रधानमंत्री ने अपने पहले संदेश में लिखा है, ‘साथ मिलकर हम भारत के उज्जवल भविष्य की गाथा लिखेंगे । चलें साथ मिलकर ऐसे मजबूत, विकसित और समेकित भारत का सपना देखें जो दुनिया में शांति और विकास को मजबूत करने के लिए वैश्विक समुदाय में सक्रिय भागीदारी निभाए ।’
वेबसाइट मोदी के इस दृढ़ विश्वास की झलक देती है कि पारदर्शिता एवं जवाबदेही किसी भी जनोन्मुखी सरकार के आधारस्तंभ हैं। आधिकारिक वेबसाइट में ‘पारदर्शिता की ललक’ खंड में लिखा है, ‘पारदर्शिता और जवाबदेही न केवल जनता को सरकार के करीब लाते हैं बल्कि उन्हें निर्णय लेने की प्रक्रिया में समान एवं अभिन्न अंग भी बनाते हैं। ’ इसमें कहा गया है कि चार बार गुजरात का मुख्यमंत्री रहने के दौरान मोदी ने खुली एवं पारदर्शी सरकार के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता दिखायी।
वेबसाइट में कहा गया है, ‘नियम और नीतियां वातानुकूलित कक्षों में नहीं बल्कि लोगों के बीच बनाई जाती हैं। मसौदा नीतियां लोगों की प्रतिक्रिया एवं सुझाव के लिए ऑनलाइन रखी जाती हैं। साथ ही, गरीब कल्याण मेला जैसी पहलों ने सुनिश्चित किया है कि विकास का लाभ बिना किसी लालफीताशाही के, गरीब तक सीधे पहुंचे। ’ वेबसाइट कहती है कि ‘एक दिवसीय शासन’ के मॉडल में ई-शासन के माध्यम से नागरिकों को तय समय पर सेवाएं देने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
इसका मुख्य उद्देश्य सिटिजन चार्टर के अंतर्गत आने वाली सभी सेवाओं का प्रावधान सुनिश्चित करना है। वेबसाइट में कहा गया है कि पारदर्शिता के प्रति मोदी का दृढ़ निश्चय भारत की जनता के लिए एक खुली, पारदर्शी एवं जनोन्मुख सरकार के युग का संकेत है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 27, 2014, 08:55