लोकसभा में सबसे पहले पीएम मोदी को दिलाई गई शपथ, सुषमा और उमा ने संस्कृत में ली शपथ

लोकसभा में सबसे पहले पीएम मोदी को दिलाई गई शपथ, सुषमा और उमा ने संस्कृत में ली शपथ

लोकसभा में सबसे पहले पीएम मोदी को दिलाई गई शपथ, सुषमा और उमा ने संस्कृत में ली शपथज़ी मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज 16वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। लोकसभा के लिए पहली बार चुने गए मोदी प्रधानमंत्री के रूप में पहले ही शपथ ले चुके हैं। लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर (अस्थायी अध्यक्ष) कमलनाथ ने मोदी के अलावा राजग के कार्यकारी अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी सदन की सदस्यता की शपथ दिलाई। मोदी और आडवाणी ने ईश्वर के नाम पर हिन्दी में शपथ ली। सोनिया ने भी हिन्दी में सत्यनिष्ठा के नाम पर शपथ ली।

इससे पहले जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो प्रोटेम स्पीकर कमलनाथ ने सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वड़ोदरा, सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव का उत्तर प्रदेश की मैनपुरी और के. चंद्रशेखर राव का आंध्र प्रदेश की लोकसभा सीट से इस्तीफा स्वीकार किया। ये सभी नेता दो-दो सीटों से चुनाव जीतकर आए थे। प्रोटेम स्पीकर कमलनाथ ने सदन को इन सभी के इस्तीफे की जानकारी दी और बताया कि विगत 29 मई, 2014 से इनका इस्तीफा स्वीकार किया जाता है और ये तीनों सीटें अब रिक्त घोषित की जाती हैं।

इसके बाद कमलनाथ ने सांसदों के शपथ-ग्रहण की प्रक्रिया शुरू की। सबसे पहले तीन वरिष्ठ सासंदों को शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया गया, जिसमें पहले पीएम नरेंद्र मोदी, दूसरे लालकृष्ण आडवाणी और तीसरे नंबर पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सांसद पद की शपथ ली। इसके बाद अन्य सदस्यों को क्रमवार शपथ दिलाई गई।

केंद्रीय विदेश मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज, उमा भारती और डॉ. हर्षवर्धन ने लोकसभा में संस्कृत भाषा में शपथ ली। हालांकि सुषमा ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वे संस्कृत में शपथ लेंगी। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने पंजाबी में शपथ ली।

शपथ लेने के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज झक सफेद कुर्ता, चूड़ीदार पायजामा और जवाहर कट पहन कर सदन में आए थे। उन्होंने काली सेंडल और जेब में काला पेन लगा रखा था। मोदी के शपथ लेने पर सोनिया सहित सत्ता पक्ष और विपक्ष के सभी सदस्यों ने मेजें थपथपाकर उनका अभिवादन किया। शपथ लेने के बाद मोदी ने रजिस्टर पर हस्ताक्षर किया और फिर सोनिया सहित सभी सदस्यों का अभिवादन स्वीकार किया।

जब सोनिया गांधी शपथ लेने के लिए खड़ी हुईं तो 44 सीटें जीतने वाली कांग्रेस के सदस्‍यों ने मेजें थपथपाकर और ताली बजाकर उनका स्‍वागत किया। उन्‍हें शपथ लेते सबसे करीब से देखने वालों में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मेनका गांधी रहीं। दोनों उनकी सीट के सामने बैठे थे।

बाद में लोकसभा के महासचिव ने अन्य सदस्यों को शपथ दिलाने का कार्य संभाला। उन्होंने पहले कैबिनेट मंत्रियों को सदस्यता की शपथ दिलाना शुरू किया। कई केन्द्रीय मंत्रियों ने ईश्वर के नाम पर हिन्दी में शपथ ली जबकि सुषमा स्वराज, उमा भारती और हषर्वर्धन ने संस्कृत में शपथ ली।

केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने हिन्दी में सत्यनिष्ठा के नाम पर शपथ ली। डीवी सदानंद गौडा, अनंत कुमार, जीएम सिद्धेश्वर सहित कुछ केन्द्रीय मंत्रियों ने अपनी मातृभाषा में शपथ ली। गौडा, अनंत कुमार और सिद्धेश्वर ने कन्नड़ में जबकि सर्बानंद सोनोवाल ने असमिया में और जुएल ओराम ने उड़िया भाषा में शपथ ग्रहण की।

शपथ लेने के बाद मेनका गांधी जब विपक्षी बेंचों की ओर से निकलकर अपनी सीट की ओर बढ़ने लगीं तो निकट बैठी सोनिया और उन्होंने एक दूसरे का अभिवादन किया हालांकि गर्मजोशी की कमी साफ नजर आयी।

मंत्रिपरिषद के सदस्यों और अंडमान निकोबार एवं आंध्र प्रदेश के सदस्यों के शपथ ग्रहण के बाद प्रोटेम स्पीकर ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौडा, लोकसभा के दो पूर्व उपाध्यक्षों करिया मुंडा और एम थंबीदुरै को शपथ ग्रहण के लिए बुलाया। मंत्रिपरिषद के सदस्यों के शपथ लेने तक प्रधानमंत्री सदन में मौजूद थे।

बिहार से भाजपा के टिकट पर चुनकर आये कीर्ति आजाद, हुकुमदेव नारायण यादव और वीरेन्द्र कुमार चौधरी ने मैथिली में शपथ ली, जबकि चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर लोक जनशक्ति पार्टी में शामिल हुए और खगड़िया से चुने गये चौधरी महबूब अली कैसर ने अंग्रजी में शपथ ली।

बिहार से शपथ लेने वालों में फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा, पूर्व गृह सचिव आर के सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री राकांपा नेता तारिक अनवर, जदयू छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सुशील कुमार सिंह, लोजपा नेता रमा किशोर सिंह और भाजपा के छेदी पासवान प्रमुख थे।

बिहार से शपथ लेने वालों में लोजपा के टिकट पर पहली बार चुनाव जीतकर निचले सदन में पहुंचे चिराग पासवान भी शामिल थे जिन्होंने शपथ लेने के बाद अपने पिता और लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान का पैर छूकर आर्शीवाद लिया।

लोजपा नेता राम चन्द्र पासवान ने भी अपने बड़े भाई रामविलास पासवान का पैर छूकर आर्शीवाद प्राप्त किया। वह समस्तीपुर से चुने गये हैं। पश्चिम बंगाल के कोलकता उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से चुनकर आये तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने हिंदी में शपथ ली।

उत्तर पूर्वी दिल्ली से भाजपा के टिकट पर चुने गये भोजपुरी गायक मनोज तिवारी ने बिना पढ़े, धारा प्रवाह हिंदी में शपथ लेकर सदस्यों की सराहना बटोरी। दिल्ली से ही चुने गये उनकी पार्टी के दूसरे सदस्य प्रवेश वर्मा, मीनाक्षी लेखी और महेश गिरी ने संस्कृत में शपथ ली।

संसद का यह विशेष सत्र 11 जून तक चलेगा। सत्र के बाकी दिनों के कार्यक्रम के तहत 6 जून को स्पीकर का चुनाव होगा। 7 और 8 जून के अवकाश के बाद 9 जून को राष्ट्रपति का अभिभाषण होगा। 10 और 11 जून को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा होगी और प्रधानमंत्री धन्यवाद ज्ञापन करेंगे। राष्ट्रपति के अभिभाषण और मोदी के धन्यवाद ज्ञापन के मसौदे को केंद्रीय मंत्रिमंडल मंजूरी दे चुकी है।

First Published: Thursday, June 5, 2014, 09:20

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