Last Updated: Thursday, May 29, 2014, 18:04
श्रीनगर : स्मृति ईरानी को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री बनाए जाने पर उत्पन्न विवाद के बीच नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने आज कहा कि किसी को भी मंत्री बनाना प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है।
अब्दुल्ला ने कहा, ‘यह कहना कि व्यक्ति योग्य है या नहीं, मैं उसमें नहीं पड़ना चाहता। उन्होंने (प्रधानमंत्री ने) उनलोगों को मंत्री बनाया है और हम आशा करते हैं कि वे जनता की सबसे अच्छे तरीके से सेवा करने के लिए अपना काम करेंगे। ’ पिछले दो दिनों से कांग्रेस ने भाजपा नेता के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है और उसने यह कहते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री के रूप में काम कर पाने की उनकी योग्यता पर सवाल उठाया है कि वह तो स्नातक भी नहीं हैं।
विवाद पर चुप्पी तोड़ते हुए स्मृति ने आज कहा कि उनका ध्यान काम से भटकाने के लिए असंगत परिस्थति पैदा की जा रही है और उन्होंने लोगों से उनके काम के आधार पर उनका मूल्यांकन करने को कहा।
अब्दुल्ला ने यहां पार्टी के युवक सम्मेलन की अध्यक्षता करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘पथराव करने वाले युवकों का भी मुद्दा उठाकि पत्थर फेंकने वाले गरीब युवकों के लिए आम माफीनामा हो और इस मुद्दे पर सुविचारित कदम उठाया जाए। ’ पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ल्ला के पिता फारूक अब्दुल्ला से जब प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह द्वारा अनुच्छेद 370 पर दिए गए बयान के बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा, ‘मेरे पास कहने के लिए कुछ नहीं है। उमर ने इस पर सभी बातें कह दी है और मैं उसमें कुछ जोड़ना नहीं चाहता। ’ आगामी विधानसभा में गठबंधन में नेशनल कांफ्रेंस के बने रहने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा, ‘उस पर कोई फैसला नहीं किया गया है। जब समय आएगा, तब हम निर्णय लेंगे।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, May 29, 2014, 18:04