मुखर्जी के अरूणाचल दौरे पर चीन ने दी सधी प्रतिक्रिया

मुखर्जी के अरूणाचल दौरे पर चीन ने दी सधी प्रतिक्रिया

मुखर्जी के अरूणाचल दौरे पर चीन ने दी सधी प्रतिक्रिया बीजिंग : चीन ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के अरूणाचल प्रदेश के दौरे पर सधी हुई प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह भारत से ऐसे कदमों से परहेज करने की उम्मीद करता है जिनसे सीमा संबंधी सवाल और जटिल होते हों।

अरूणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत बताकर उस पर अपना दावा करने वाले चीन ने द्विपक्षीय संबंधों की मजबूत गति तथा सीमा विवाद का निवारण करने के लिए किए जा रहे साझा प्रयासों का उल्लेख किया।

चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि भारतीय पक्ष भी द्विपक्षीय संबंधों के समग्र हितों को सुरक्षित रखने के लिए कदम बढ़ायेगा, ऐसे कदम उठाने से परहेज करेगा जो सीमा संबंधी सवाल को जटिल बनाते हों, सीमावर्ती इलाकों में शांति और सौहार्द कायम रखने के लिए मिलकर काम करेगा तथा सीमा वार्ता के लिए महौल तैयार करेगा।’’

मंत्रालय ने समाचार एजेंसी की ओर से किए गए लिखित एक सवाल के जवाब में यह बयान दिया है। मुखर्जी के शुक्रवार से शुरू हो रहे दो दिवसीय अरूणाचल प्रदेश के दौरे पर चीन की प्रतिक्रिया मांगी गई थी।

चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘चीन-भारत संबंध में ठोस प्रगति हुई है तथा दोनों देश सीमा संबंधी प्रश्न को हल करने के लिए मित्रवत संवाद के जरिए रास्ते तलाश रहे हैं।’’

बीजिंग का यह बयान साल 2009 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अरूणाचल प्रदेश के दौरे के बाद आई उसकी प्रतिक्रिया से बिल्कुल उलट है। उस वक्त चीन ने कहा था कि ‘वह विवादित क्षेत्र में उनके दौरे से बहुत निराश है।’

विदेश मंत्रालय ने इसके आगे कहा था, ‘‘चीन-भारत सीमा के पूर्वी हिस्से के विवादित इलाके पर चीन का रुख स्थिर और स्पष्ट है।’’ मुखर्जी के दौरे पर चीन का यह बयान दोनों देशों के प्रधानमंत्री के एक दूसरे यहां के दौरे की पृष्ठभूमि में आया है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीजिंग दौरे पर दोनों देशों ने सीमा रक्षा सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। (एजेंसी)

First Published: Friday, November 29, 2013, 19:06

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