Last Updated: Wednesday, December 18, 2013, 13:08

नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को माना कि हाल के विधानसभा चुनावों में पार्टी की पराजय के लिए अनुशासन और एकता का अभाव भी एक कारण रहा। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से इन नतीजों से निराश न होने और 2014 में होने वाले आम चुनाव के लिए तैयार रहने को भी कहा।
सोनिया गांधी ने यहां कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में कहा कि विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की पराजय के लिए अनेक कारण हैं। यह जाहिर है कि हम जनता को अपनी नीतियों कार्यक्रमों और उपलब्धियों के बारे में बताने में सफल नहीं हो पाये। ऐसा लगता है कि हम उनकी आकांक्षाओं को पूरा नहीं कर पाये।
पार्टी प्रमुख ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ, दिल्ली और राजस्थान में पार्टी की पराजय के लिए अनुशासन और एकता के भाव की कमी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि हमें मायूस नहीं होना चाहिए, हमारे सामने एक और संग्राम है, मई 2014 में, जिसके लिए हमें अपने आप को तैयार करना होगा। कांग्रेस पार्टी ने अनेक चुनाव जीते हैं और हारे हैं। जीत हो या हार, हमें यह याद रखना चाहिए कि जनता की सेवा करना हमारा सर्वोपरि दायित्व है।
अपने भाषण में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि हाल के विधानसभा चुनाव के नतीजे बेहद निराशाजनक हैं लेकिन हमें वर्ष 2014 में होने जा रहे आम चुनाव को लेकर हताश नहीं होना चाहिए। सिंह ने कहा कि कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव के परिणाम निश्चितरूप से इस बात के संकेत नहीं हैं कि कुछ महीनों के बाद हो होने जा रहे आम चुनावों में क्या होगा। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 18, 2013, 11:05