दिल्ली और कामदुनी में प्रदर्शन स्वत: स्फूर्त थे: राष्ट्रपति । President criticises atrocities against woman

दिल्ली और कामदुनी में प्रदर्शन स्वत: स्फूर्त थे: राष्ट्रपति

दिल्ली और कामदुनी में प्रदर्शन स्वत: स्फूर्त थे: राष्ट्रपति सूरी (पश्चिम बंगाल) : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर दिल्ली और कामदुनी में हुए प्रदर्शन ‘स्वत:स्फूर्त’ थे। प्रणब ने बीरभूम जिले में कल अपने पुश्तैनी गांव मिराटी में संवाददाताओं से कहा कि दिल्ली और कामदुनी तथा देश के दूसरे स्थानों पर लोगों ने महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचार के विरोध में स्वत: स्फूर्त प्रदर्शन किए।

उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा संकेत है। ये स्वत: स्फूर्त प्रदर्शन इस बात का संकेत देते हैं कि समाज सही दिशा में जा रहा है। प्रणब ने कहा कि इस तरह की घटनाएं (दिल्ली में एक पैरामेडिकल छात्रा और पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले में कामदुनी में एक कॉलेज छात्रा से सामूहिक बलात्कार) निंदनीय हैं।

इससे पहले राष्ट्रपति ने एक समारोह में महिलाओं के आत्मसम्मान के प्रति समाज के जागरूक होने की आवश्यकता पर जोर दिया। राष्ट्रपति ने यहां के किरणहर शिव चंद्र हाई स्कूल में एक समारोह में कहा कि जहां महिलाओं पर अत्याचार होता है, वह समाज सभ्‍य नहीं होता है। राष्ट्रपति ने इसी स्कूल से प्राथमिक शिक्षा हासिल की है।

समारोह में एक शिक्षिका ने कहा कि महोदय, हम एक तरफ दुर्गा की पूजा रहे हैं और दूसरी ओर रोजाना महिलाओं पर अत्याचार होता है। इस पर प्रणब ने कहा कि यह समाज के लिए शर्म का विषय है। हमें महिलाओं के प्रति सम्मान रखना होगा। स्कूल कर्मियों के अनुसार प्रणब स्कूल के अपने दौरे के दौरान भावुक हो गए जहां उन्होंने बचपन में शिक्षा ली थी। (एजेंसी)

First Published: Friday, October 11, 2013, 12:12

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