Last Updated: Tuesday, December 10, 2013, 14:38
जोहानिसबर्ग : राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी दक्षिण अफ्रीका के रंगभेद विरोधी आंदोलन के नायक नेल्सन मंडेला की शोक सभा में शामिल होने के लिए मंगलवार को यहां पहुंचे।
मुखर्जी अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा समेत 53 से अधिक देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ 95000 सीटों की क्षमता वाले एफएनबी स्टेडियम में आयोजित दो घंटे की शोक सभा में शामिल होंगे।
मंडेला इसी स्टेडियम में 2010 फुटबाल विश्वकप के दौरान आखिरी बार बड़े स्तर पर सार्वजनिक रूप से सबसे सामने आए थे।
मंडेला (95) का पांच दिसंबर को निधन हो गया था। वह पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। मुखर्जी के साथ दक्षिण अफ्रीका पहुंचने वाले प्रतिनिधिमंडल में संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज, केंद्रीय वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा, माकपा नेता सीताराम येचुरी तथा बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा शामिल है।
मुखर्जी उन छह राष्ट्राध्यक्षों में शामिल हैं जो शोक सभा में उपस्थित लोगों को संबोधित करेंगे। उनके अलावा ओबामा, ब्राजील के नेता डिलिमा राउसेफ, नामीबिया के नेता हिफिकेपुन्ये पोहाम्बा, क्यूबा के राउल कास्त्रो के साथ साथ चीन के उपराष्ट्रपति ली युआनचाओ भी संबोधित करेंगे।
मुखर्जी ने जोहानिसबर्ग जाने से पहले कहा था कि दक्षिण अफ्रीका की उनकी यात्रा ‘‘ डा. मंडेला के प्रति भारत के प्यार और सम्मान के उच्च स्तर को दिखाती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैं और मेरा प्रतिनिधिमंडल दक्षिण अफ्रीका के लोगों और सरकार को बताना चाहते हैं कि भारत हमारे प्यारे मदीबा के दुखद निधन पर गहरा शोक और निजी क्षति महसूस करता है।’’
मुखर्जी ने कहा, ‘‘ उनका जीवन अन्याय के खिलाफ मनुष्य की ताकत और हिम्मत का सजीव उदाहरण है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह ऐसी सख्सियत थे जिन्होंने उपनिवेशवाद के खिलाफ वैश्विक संघर्ष का नेतृत्व किया। उनके संघर्ष का हमारे लिए विशेष महत्व है क्योंकि हम उनमें महात्मा गांधी के नेतृत्व में उपनिवेशवाद के खिलाफ हमारे अपने दीर्घकालीन संघर्ष का प्रतिबिंब देखते हैं।’’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 10, 2013, 14:38