Last Updated: Friday, February 28, 2014, 00:42
नई दिल्ली : राष्ट्रपति ने संसद के शीतकालीन सत्र का गुरुवार को सत्रावसान कर सरकार के लिए कुछ खास विधेयकों पर अध्यादेश लाने का मार्ग प्रशस्त कर दिया। ये विधेयक हाल ही में संपन्न हुए सत्र में पारित नहीं हो सके थे। संसदीय मामलों की कैबिनेट कमेटी की इस सिलसिले में सिफारिश मिलने के एक दिन बाद राष्ट्रपति ने लोकसभा और राज्यसभा का सत्रावसान कर दिया।
शीतकालीन सत्र का दूसरा चरण पांच फरवरी से शुरू हुआ था और उसे 21 फरवरी को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। गौरतलब है कि सत्रावसान होने के बाद सरकार अध्यादेश का रास्ता अख्तियार करने के लिए स्वतंत्र होती है। 15वीं लोकसभा का यह आखिरी सत्र था क्योंकि देश में जल्द ही संसदीय चुनाव होने जा रहा है। यह सत्र इतिहास में सर्वाधिक बाधित सत्रों में एक रहा, जिस दौरान काली मिर्च स्प्रे की घटना ने संसदीय आचरण को निम्न स्तर तक गिरा दिया। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 28, 2014, 00:42