Last Updated: Tuesday, October 15, 2013, 21:18
नई दिल्ली : आगामी लोकसभा चुनाव में प्रियंका गांधी की व्यापक भूमिका से कांग्रेस के इंकार से बेफिक्र पार्टी के एक वर्ग में मांग उठ रही है कि राहुल गांधी की बहन को उत्तर प्रदेश के फूलपुर से चुनाव लड़ाया जाए जिसका प्रतिनिधित्व कभी पंडित जवाहरलाल नेहरू किया करते थे।
इलाहाबाद जिला कांग्रेस के अभय अवस्थी ने कहा कि पंडित नेहरू का चुनाव क्षेत्र रहे फूलपुर से प्रियंका को चुनाव लड़ाने के संबंध में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया है। कांग्रेस ने हालांकि इस घटनाक्रम को खास तवज्जो नहीं दी। पार्टी के प्रवक्ता मीम अफजल ने कहा कि उन्हें ऐसे किसी कदम की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा रतनगढ़ मंदिर की त्रासदी से लोगों का ध्यान हटाने के लिए कई तरह की अफवाहें फैलाने में लगी है।
अफजल ने कहा कि कांग्रेस के महासचिव अजय माकन पहले ही इन अटकलों को खारिज कर चुके हैं कि 41 वर्षीय प्रियंका सारे देश में चुनाव प्रचार करेंगी। प्रियंका अमेठी और रायबरेली में चुनाव प्रचार करेंगी। आगामी लोकसभा चुनाव प्रचार में प्रियंका की देशव्यापी भूमिका से पार्टी के इंकार के बावजूद उसकी इलाहाबाद इकाई से मांग आई है कि उन्हें फूलपुर से पार्टी का उम्मीदवार बनाया जाए।
पार्टी के एक वर्ग का मानना है कि प्रिंयका को चुनावों में बड़ी भूमिका दिए जाने से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी नेपथ्य में चले जाएंगे जबकि उन्हें आगामी चुनावों में कांग्रेस के चेहरे के रूप में पेश किया जा रहा है। कांग्रेस में कई लोगों का मानना है कि प्रियंका गांधी में इंदिरा गांधी जैसा करिश्माई व्यक्तित्व है।
उनसे दो साल बड़े राहुल के 2004 में अमेठी से चुनावी राजनीति में प्रवेश करने के बाद प्रियंका ने अपनी राजनीतिक गतिविधियों को सीमित करते हुए केवल परिवार की दो सीटों अमेठी और रायबरेली तक ही अपने को समेट लिया। अमेठी का राहुल और राय बरेली का उनकी मां सोनिया गांधी प्रतिनिधित्व करती हैं। उधर भाजपा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाती सिद्धार्थ नाथ सिंह को फूलपुर से लड़ाने के बारे में विचार कर रही है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 15, 2013, 21:18