Last Updated: Wednesday, October 9, 2013, 20:15

नई दिल्ली : रक्षा मंत्री एके एंटनी ने मंत्रालय के अधिकारियों से कहा है कि भारी उद्योग मंत्री प्रफुल्ल पटेल द्वारा उठाए गए मुद्दों की जांच करें कि करीब 12 हजार करोड़ रूपये के 56 परिवहन विमानों की आपूर्ति के निविदा में पीएसयू को हिस्सा लेने से क्यों रोका गया।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि रक्षा मंत्रालय को सात अक्तूबर 2013 को भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उपक्रम मंत्रालय से रक्षा मंत्री के नाम एक पत्र प्राप्त हुआ जो 56 विमानों को वर्तमान एवीआरओ बेड़े के लिए खरीदने के मामले से संबंधित था।
उन्होंने कहा कि एंटनी ने रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों से पूछा है कि पटेल की तरफ से उठाए गए मुद्दों की जांच करें। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एंटनी को लिखे पत्र में पटेल ने कहा है कि पीएसयू को बराबर का अवसर दिया जाना चाहिए और इससे स्वस्थ प्रतियोगिता को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि यह सरकारी खरीद है, सभी सक्षम उपक्रमों को बराबरी का अवसर दिया जाना चाहिए चाहे वे ‘सरकारी’ हों या ‘निजी’। इससे स्वस्थ प्रतियोगिता भी बढ़ेगी। एंटनी ने रक्षा अधिग्रहण परिषद् :डीएसी: के प्रमुख के तौर पर इन विमानों को खरीदने के लिए वायुसेना के लिए इन प्रस्ताव को मंजूरी दी थी जिसमें पीएसयू को दरकिनार कर दिया गया था। लोक उपक्रम मंत्रालय के मंत्री पटेल ने कहा कि इस निविदा में हिस्सा लेने के लिए निर्धारित मापदंड पर कई पीएसयू खरे उतरते हैं लेकिन उन्हें निविदा में सिर्फ इसलिए शिरकत नहीं करने दी जा रही कि वे पीएसयू हैं।
भारतीय वायु सेना को पुराने एवीआरओ बेड़े की जगह 56 परिवहन विमान खरीदना है। इस वर्ष नौ मई को जारी निविदा में रक्षा मंत्रालय ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड जैसी पीएसयू को दरकिनार कर दिया था। वायुसेना ने कहा कि नए विमान को निजी क्षेत्र की भारतीय कम्पनियां उत्पादित करेंगी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 9, 2013, 20:15