राहुल गांधी ऐसे बोल रहे हैं जैसे वह विपक्ष में हों: भाजपा

राहुल गांधी ऐसे बोल रहे हैं जैसे वह विपक्ष में हों: भाजपा

हैदराबाद : भाजपा नेता वैंकेया नायडू ने आज यहां कहा कि भ्रष्टाचार पर और विकास दर में आयी गिरावट को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की हाल की टिप्पणियां देखकर ऐसा लगता है कि वह विपक्ष के किसी नेता ने की हों।

नायडू ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘फिक्की सम्मेलन में कांग्रेस उपाध्यक्ष का भाषण विपक्ष के किसी नेता के भाषण जैसा लगा। लगता है कि वह भूल गए कि उनकी पार्टी पिछले 10 साल से सत्ता में है। इससे पहले भी उनकी पार्टी ही 50 साल से अधिक समय तक सत्ता में थी।’ उन्होंने कहा, ‘वह कल जो भी उपदेश दे रहे थे, उनकी पार्टी उसका पालन नहीं करती। उन्होंने कहा कि भारत में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। इसके लिए कौन जिम्मेदार है? इसके लिए उनकी ही पार्टी जिम्मेदार है जो सत्ता में थी और है। उन्होंने कहा कि विकास के बिना आप गरीबी दूर नहीं कर सकते। तो किसने विकास कम किया? आपकी पार्टी ने। आपको यह स्पष्ट करना चाहिए।’

राहुल की कथित टिप्पणी कि सरकार के बारे में अच्छी खबरों से दिल्ली में अखबारें नहीं बिकती, को लेकर नायडू ने पूछा कि मीडिया के लिए देने के लिए अच्छी खबरें कहां हैं। नायडू ने कहा, ‘क्या वह घोटाले दर घोटाले के बारे में बात कर रहे हैं? हर वादे पर धोखे पर धोखा की बात कर रहे हैं? आर्थिक मंदी, रुपए में अवमूल्यन, बेराजगारी, किसानों द्वारा आत्महत्या या महिलाओं के उपर बढ़ते अत्याचारों की बात कर रहे हैं? राजनीतिक हितों के लिए सीबीआई के दुरूपयोग या महिला आरक्षण विधेयक और लोकपाल विधेयक को छह साल तक रोके रखे जाने की बात कर रहे हैं?’ कांग्रेस पर भ्रष्ट को संरक्षण देने और सांवैधानिक संस्थानों का दुरूपयोग करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने ‘‘न्यायिक अभियोग के बाद भी’’ आदर्श सोसायटी घोटाले में शामिल लोगों को बचाने की कोशिश की।

भाजपा नेता ने कहा, ‘आपका एक राज्यपाल असाधारण रूप से सीबीआई को एक पूर्व मुख्यमंत्री पर मुकदमा चलाने की मंजूरी नहीं देती। राज्यपाल ने संविधान के सिद्धांतों का उल्लंघन किया है। उन्हें इस पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें तत्काल वापस बुलाना चाहिए। महाराष्ट्र के मंत्रिमंडल ने अपने मंत्रियों को दोषमुक्त कर दिया और रिपोर्ट खारिज कर दी। फिर आप क्यों नहीं समिति गठित करते।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब कुछ मंत्रियों को पार्टी संगठन का कामकाज थमाकर अपनी ‘छवि बदलना’ चाहती है लेकिन इससे पार्टी नहीं बच पाएगी। (एजेंसी)

First Published: Sunday, December 22, 2013, 21:00

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