सेवाग्राम पहुंचे राहुल गांधी, टटोली ग्रामीणों की नब्ज

सेवाग्राम पहुंचे राहुल गांधी, टटोली ग्रामीणों की नब्ज

सेवाग्राम पहुंचे राहुल गांधी, टटोली ग्रामीणों की नब्जसेवाग्राम (महाराष्ट्र) : लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में फिर से जान फूंकने के प्रयास में पार्टी के प्रचार अभियान के प्रमुख राहुल गांधी ने आज महिलाओं, स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों और युवकों के सशक्तिकरण पर यह कहते हुए बल दिया कि इसके बिना भारत एक महाशक्ति नहीं बन सकता।

कांग्रेस का घोषणापत्र तैयार करने के लिए विभिन्न वर्गों के लोगों से राय प्राप्त करने की पहल की शुरूआत करने वाले राहुल यहां स्थित महात्मा गांधी आश्रम में पार्टी के स्थानीय निकाय के प्रतिनिधियों, प्रधानों, गैर सरकारी संगठनों और नौकरशाहों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने कहा, ‘भारत में 50 प्रतिशत जनसंख्या महिलाओं की है। यदि हमने इस 50 प्रतिशत जनसंख्या का सशक्तिकरण नहीं करेंगे तो भारत आधा ही मजबूत, आधा गौरवान्वित, आधा ही शक्तिशाली होगा।’ राहुल ने कहा, ‘यदि हम अपने करोड़ों युवकों को नौकरी मुहैया नहीं करा सकते, यदि हम अपने प्रधानों, सांसदों, विधायकों एवं अन्य निर्वाचित प्रतिनिधियों को सशक्त नहीं बना सकते, हमारा देश एक महाशक्ति नहीं बन सकता।’

उन्होंने जमीनी स्तर के जन प्रतिनधियों को शामिल करने के लिए पार्टियों द्वारा विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया के विकेंद्रीकरण की मजबूत वकालत करते हुए कहा, ‘वर्तमान समय में हमारी पार्टी और भाजपा में 5.7 लोग उम्मीदवारों के बारे में निर्णय करते हैं। यह भ्रष्टाचार की जड़ है। जिस दिन हम इस प्रक्रिया में जनता को शामिल कर लेंगे 50 प्रतिशत भ्रष्टाचार समाप्त हो जाएगा।’

उन्होंने कहा, ‘आज प्रधान, सांसदों और विधायकों को वह अधिकार नहीं जो उनके पद के साथ आता है। स्थानीय निकायों में हमारे प्रतिनिधियों के पास उन प्रतिनिधियों के चयन में कोई राय नहीं होती जो विधानसभा और संसदीय चुनाव में खड़े होते हैं। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं, मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि उनकी राय सुनी जाए। मैं वादा करता हूं कि मैं यह सत प्रतिशत करूंगा।’ राहुल ने यह बात एक प्रतिभागी के सवाल का उत्तर दे रहे थे जिसने कहा कि स्थानीय निकाय के प्रतिनिधियों की उम्मीदवारों के चयन और कार्यक्रम एवं नीतियां निर्धारत में कोई राय नहीं ली जाती जैसे ‘‘हमारी कोई पहचान ही ना हो।’

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल ने कहा कि एक नयी पहल के तहत उन्होंने लोकसभा की 15 सीटों के लिए उम्मीदवारों का चयन स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों, जिला एवं ब्लाक स्तर के कार्यकर्ताओं से मशविरा करके करने का निर्णय किया है और ‘उनका निर्णय अंतिम होगा।’ उन्होंने कहा, ‘यह एक बहुत बड़ा कदम है और लोगों का इसका एहसास बाद में होगा। हम भविष्य में भी ऐसे कदम उठाना जारी रखेंगे, हम रूकेंगे नहीं।’

राहुल ने कहा कि उनके द्वारा शुरू किये गए इस प्रयास का मुख्य उद्देश्य निर्णय लेने की प्रक्रिया में लोगों को शामिल करना है। उन्होंने कहा, ‘मेरे कुछ विचार हैं, लोगों के भी विचार हैं। जब तक हम महिलाओं, युवकों से नहीं पूछेंगे कि वे क्या चाहते हैं, व्यक्तिगत विचारों के बहुत मायने नहीं रहेंगे।’ (एजेंसी)

First Published: Friday, January 24, 2014, 19:52

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