Last Updated: Wednesday, November 13, 2013, 21:49
नई दिल्ली : मुजफ्फरनगर दंगों पर टिप्पणी के खिलाफ चुनाव आयोग के नोटिस पर उसे दिए जवाब में राहुल गांधी द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक एम एस गोलवाल्कर को उद्धृत किए जाने पर भाजपा ने आज उन्हें सलाह दी कि वह ऐसा करने के साथ ही संघ के इस नेता के विचारों को पढ़े और समझें भी, जिससे उन्हें कुछ लाभ मिले।
भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने यहां कहा, राहुल को गोलवाल्कर को उद्धृत करने के साथ ही तुष्टिकरण की राजनीति करने के उन पर (कांग्रेस उपाध्यक्ष पर) लगाए गए आरोपों का जवाब देना चाहिए था।
साथ ही उन्होंने दावा किया कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की कांग्रेस के खिलाफ की गई ‘खूनी पंजा’ की टिप्पणी चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है। मोदी की इस टिप्पणी के विरूद्ध कांग्रेस की शिकायत पर चुनाव आयोग उनसे (मोदी) भी जवाब मांगा है।
सीतारमण ने कहा, चुनाव आयोग ने मुजफ्फरनगर दंगों पर टिप्पणी को लेकर राहुल को चेतावनी दी है। कांग्रेस उपाध्यक्ष साफ तौर पर साम्प्रदायिक कार्ड खेल रहे हैं। भाजपा का मानना है कि उन्होंने चुनाव आयोग को दिए गए जवाब में भी यही रूख अपनाया है और आरोपों का सीधा उत्तर नहीं दिया है। उन्होंने कहा, राहुल को तुष्टिकरण की राजनीति और साम्प्रदायिक कार्ड खेलना बंद करना चाहिए। उन्हें मोदी और भाजपा की ओर से उठाए जा रहे भ्रष्टाचार और विकास के सवालों का जवाब देना चाहिए। अपनी कमियों और असफलताओं पर पर्दा डालने के लिए व्यर्थ के मुद्दे नहीं उठाने चाहिए। मोदी को दिए गए आयोग के नोटिस के बारे में उन्होंने कहा कि भाजपा निर्धारित समय के भीतर जवाब दे देगी।
उन्होंने कहा, मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि मोदी ने चुनाव आयोग की आचार संहिता का पालन किया है और उसके द्वारा तय लक्ष्मण रेखा को नहीं लांघा है। हम नोटिस का विधि सम्मत जवाब देंगे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 13, 2013, 21:49