Last Updated: Tuesday, January 28, 2014, 15:16
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता अंबिका सोनी ने मंगलवार को पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की 1984 के दंगों पर की गई टिप्पणी का समर्थन किया और कहा कि वर्ष 2002 के गुजरात दंगों के दौरान राज्य सरकार ने पर्याप्त कार्रवाई नहीं की। राहुल गांधी द्वारा सोमवार को एक टेलीविजन चैनल पर दिए गए साक्षात्कार के संदर्भ में सोनी ने कहा कि हमने अक्सर सुना है कि सही सामग्री अदालतों में पेश होती है या नहीं। क्योंकि अक्सर यह कहा जाता है कि अदालतों ने गुजरात के भाजपा नेताओं को बरी कर दिया है। लेकिन हमारे पास ऐसे मामलों की जानकारी है, जहां हम महसूस करते हैं कि राज्य सरकार ने पर्याप्त तत्परता और गंभीरता से काम नहीं किया।
गांधी ने साक्षात्कार में कहा है कि गुजरात सरकार ने 2002 के दंगों को उकसावा और बढ़ावा देने का काम किया। वर्ष 1984 के सिख विरोधी दंगे तथा गुजरात दंगे के बीच यही अंतर था कि 1984 में कांग्रेस सरकार हत्याएं रोकने का प्रयास कर रही थी, जबकि मोदी सरकार हत्याएं करने की छूट दे रखी थी।
सोनी ने कहा कि यदि शासन पर्याप्त गंभीरता के साथ काम नहीं करता तो इसका मतलब है कि उसकी किसी के साथ सांठगांठ है। सोनी ने कहा कि 1984 के दंगों पर चर्चा हो चुकी है। काफी समय बीतने के बावजूद मामला अभी भी न्यायालय में है। प्रधानमंत्री ने दोनों सदनों में इस पर बोला है जो कि इससे पीड़ित लोगों तक पहुंचा है। ऐसी घटनाओं की हर एक के दिमाग पर अमिट छाप है लेकिन लोगों को आगे बढ़ना चाहिए। सोनी ने कहा कि 2002 के दंगों के लिए मोदी को हमेशा अपनी छवि बचाने का प्रयास करना होगा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 28, 2014, 15:16