Last Updated: Sunday, October 6, 2013, 13:32
नई दिल्ली : दागी सांसदों पर अध्यादेश को राहुल गांधी द्वारा सिरे से खारिज करने से जुड़े घटनाक्रम पर केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट ने कहा कि ‘आमलेट बनाने के लिए अंडा तोड़ना पड़ता है।’ हालांकि वह महसूस करते हैं कि ‘शब्दों के चयन और समय पर सवाल उठ सकते हैं।’
कांग्रेस उपाध्यक्ष के कोर ग्रूप का हिस्सा माने जाने वाले पायलट ने उन आलोचनाओं को भी सिरे से खारिज कर दिया कि इस विषय पर राहुल गांधी के बयान से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह स्थिति कमजोर हुई है जो उस समय विदेश में थे। मंत्री ने कहा कि राहुल और सभी पार्टी नेता सिंह का ‘पूरा सम्मान’ करते हैं।
एक अंग्रेजी टीवी न्यूज चैनल के शो में पायलट ने कहा, ‘क्या दृढ़ निश्चय के लिए साहस की जरूरत नहीं होती, सीधे आमना सामना के लिए। आमलेट बनाने के लिए आपको अंडा तोड़ने की जरूरत होती है। राहुल ने इसे अकेले किया है। सरकार और पार्टी इसका समर्थन कर रही है। मैं समझता हूं कि देश अब भ्रष्टाचार से मुकाबला करने के लिए बेहतर स्थिति में हैं।’
सचिन पायलट से पूछा गया था कि क्या राहुल गांधी का अध्यादेश का इस तरह से विरोध करना पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाले कांग्रेस के कोर ग्रूप या प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाल मंत्रिमंडल की स्थिति को कमजोर नहीं बनाता है और क्या यह उनकी अपरिपक्वता को नहीं दर्शाता है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 6, 2013, 13:31