Last Updated: Thursday, February 20, 2014, 18:31
चेन्नई : वेल्लोर जेल में बंद राजीव गांधी हत्याकांड के दोषियों की खुशी आज उस समय उदासी में बदल गई जब उच्चतम न्यायालय ने उनकी रिहाई पर रोक लगा दी।
मुख्यमंत्री जयललिता ने कल घोषणा की थी कि उनके मंत्रिमंडल ने राजीव गांधी के सभी सातों हत्यारों को तीन दिन में रिहा करने का निर्णय लिया था। इस घोषणा से दोषियों के चेहरे पर आई खुशी उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद 24 घंटे के भीतर उदासी में बदल गई।
वेल्लोर जेल में सू़त्रों ने बताया कि मुरूगन, संतन, पेरारिवलन और नलिनी इस जेल में बंद हैं। उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद उनका 23 वषरें के कारावास के बाद कुछ ही दिनों में रिहा होने का सपना टूट गया जिसके कारण उनके चेहरों पर उदासी छा गई है। मुख्यमंत्री ने कल विधानसभा में घोषणा की थी कि उनके मंत्रिमंडल ने सातों दोषियों को तीन दिन में रिहा करने का निर्णय लिया है।
इस बीच पेरारिवलन के एक संबंधी ने कांग्रेस के खिलाफ अपना गुस्सा निकालते हुए आरोप लगाया कि वह इस मामले पर हंगामा कर रही है। पेरारिवलन की रिश्तेदार नीला पाप्पियाह ने भरोसा जताया कि तमिलनाडु सरकार उनकी ओर से अदालत में मामला लड़ेगी और पेरारिवलन रिहा होगा। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 20, 2014, 18:31