Last Updated: Wednesday, May 14, 2014, 14:19
नई दिल्ली : भाजपा नेता नितिन गडकरी ने इन अटकलों को गलत बताया है कि वह एक बार फिर से पार्टी प्रमुख बनना चाहते हैं और कहा कि दल के अध्यक्ष पद के लिए कोई परिवर्तन नहीं हो रहा है। कथित अनियमितताओं के आरोपों के चलते अचानक भाजपा अध्यक्ष पद से हटने को बाध्य हुए गडकरी ने इस पद पर खुद के पुन: आसीन होने की संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद भी राजनाथ सिंह अध्यक्ष बने रहेंगे। गडकरी को हाल ही में आय कर विभाग ने क्लीन चिट दी है।
उनके अनुसार, नहीं इस तरह का कोई वायदा मुझसे किसी ने नहीं किया था। मैं इसकी उम्मीद नहीं कर रहा हूं। मेरी जो भी भूमिका होगी, उसे पार्टी तय करेगी। पूर्व अध्यक्ष ने स्पष्टीकरण दिया कि उन्होंने कभी कोई मांग नहीं की और उनका मानना है कि राजनीति सामाजिक-आर्थिक सुधार का साधन है। उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह और नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पार्टी सरकार बनाने के लिए काम करेगी और नेतृत्व में परिवर्तन का प्रश्न ही नहीं उठता है।
यह पूछे जाने पर कि किसको क्या भूमिका दी जा सकती है और क्या लालकृष्ण आडवाणी स्पीकर होंगे, गडकरी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और आडवाणी पार्टी के संस्थापक हैं। उन्होंने कहा कि वे (वाजपेयी और आडवाणी) हम सबके लिए प्रेरक और प्रेरणा हैं। उचित समय पर हम उनसे चर्चा करेंगे और पार्टी अंतिम निर्णय करेगी। गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर गडकरी ने कहा कि राजग को बहुमत मिलेगा लेकिन तबभी पार्टी के दरवाजे उन सबके लिए खुले हैं जो उसमें शामिल होना चाहते हैं। भाजपा नेता ने कहा कि सवाल बहुमत या अल्पमत का नहीं है। जो भी हमारे साथ आना चाहेगा हम उसे साथ लेंगे। हमारा व्यापक दृष्टिकोण है। हमारा दल किसी पिता-पुत्र या माता-पुत्र का नहीं है। हमारी पार्टी लोकतांत्रिक है और मिल बैठ कर चर्चा के द्वारा निर्णय करती है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 14, 2014, 14:19