Last Updated: Sunday, January 12, 2014, 17:33

नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को स्वामी विवेकानंद की विरासत आगे बढ़ाने का आह्वान करते हुए लोगों से क्षेत्र के लिए खतरनाक हर तरह की धार्मिक कट्टरता से लड़ने के लिए कहा।
सोनिया की इन टिप्पणियों को भाजपा और नरेंद्र मोदी पर परोक्ष रूप से निशाने के तौर पर माना जा रहा है।
स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयन्ती के मौके पर यहां आयोजित समारोह में सोनिया ने युवाओं के लिए उनके ज्ञान की प्रासंगिकता की प्रशंसा की और कहा कि राष्ट्र को युवाओं के शिक्षित होने, शासित होने और बेहतर रोजगार की महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने में नाकाम नहीं होना चाहिए।
सोनिया ने कहा कि स्वामी जी के शब्द आज ज्यादा महत्वपूर्ण हैं क्योंकि सभी तरह की धार्मिक कट्टरता कई देशों और हमारे क्षेत्र की शांति के लिए खतरनाक है। सोनिया ने कहा कि उनके विचारों को युवा भारतीयों की हमारी नई पीढ़ी के दिलोदिमाग में लाया जाना चाहिए। युवाओं को कट्टरवाद के खिलाफ लड़ना चाहिए और वे लड़ेंगे भी।
उनकी टिप्पणियों को महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि उन्होंने भाजपा पर परोक्ष रूप से हमला किया। कांग्रेस भाजपा की राजनीति को ‘सांप्रदायिक’ बताती है।
प्रधानमंत्री पद के भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का नाम लिये बगैर सोनिया ने कहा कि उनकी शिक्षा सांप्रदायिक शांति एवं सौहार्द पर जोर देती है। सोनिया ने विवेकानंद द्वारा विश्व के धर्मों के सम्मेलन में दिये गये संबोधन को याद किया।
विवेकानंद की जयन्ती समारोह में युवा पीढी को लुभाने के लिए सोनिया की उपस्थिति का इसलिए भी महत्व है क्योंकि बीते वषरें में भाजपा ने विवेकानंद की विरासत पर दावा किया है। उन्होंने कहा कि स्वामी की शिक्षा हमें बताती है कि संकुचित मानसिकता और स्वार्थी मंशाओं का शिकार नहीं हों और उन्होंने युवाओं तक पहुंचने के लिए भारत की युवा पहचान की बात की।
उन्होंने कहा कि दुनियाभर में जनसंख्या बढ़ रही है। लेकिन हमारे देश की पहचान युवा बनी हुई है। 21वीं सदी का भारत युवा जनसंख्या वाले समाज के तौर पर पहचाना जाता है।
सोनिया ने कहा कि वे (युवा) बेहतर शिक्षा चाहते हैं। वे बेहतर शासन चाहते हैं। वे रोजगार ढूंढना चाहते है जो उनकी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करे। हमें उन्हें नाकाम नहीं करना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 12, 2014, 17:33