आतंकी हमलों में दक्षिणपंथी समूहों की भूमिका, जांच जारी रखेगी एनआईए

आतंकी हमलों में दक्षिणपंथी समूहों की भूमिका, जांच जारी रखेगी एनआईए

नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आज कहा कि उन सभी आतंकवादी हमलों के मामलों में जांच जारी रहेगी जिसमें कथित तौर पर कुछ दक्षिणपंथी समूहों से जुड़े लोग शामिल थे। पूर्ववर्ती संप्रग सरकार ने एनआईए से इन मामलों की जांच करने को कहा था।

एनआईए के महानिदेशक शरद कुमार ने पिछले साल जुलाई में कार्यभार संभालने के बाद पहली बार प्रेस से बातचीत की। उनसे इस तरह के मामलों की जांच में हुई प्रगति के बारे में पूछा गया। कुमार ने कहा, ‘इस तरह के मामलों में जांच जारी है।’ एनआईए इन मामलों की जांच कर रही है जहां कथित तौर पर दक्षिणपंथी समूहों की भूमिका संदिग्ध है। भारत और पाकिस्तान को रेल संपर्क से जोड़ने वाली ट्रेन समझौता एक्सप्रेस में फरवरी 2007 में हुए बम विस्फोट समेत अन्य मामले इसमें शामिल हैं। समझौता एक्सप्रेस में धमाकों में 65 से अधिक लोगों की मौत हुई थी।

इसके अतिरिक्त छह अन्य मामले हैं जिनकी एजेंसी जांच कर रही है। उसमें 2006 से 2008 के बीच हुए मालेगांव धमाके, हैदराबाद में 2007 में मक्का मस्जिद में हुए धमाके, अजमेर में 2007 में हुए धमाके और हिंदू उग्रवादी नेता सुनील जोशी की हत्या का मामला शामिल है।

मामलों की जांच एनआईए को सौंपने का फैसला सुरक्षा एजेंसियों द्वारा चिंता जताए जाने के बाद किया गया था। सुरक्षा एजेंसियों ने कहा था कि संदिग्ध विभिन्न जांच में विभिन्न एजेंसियों के समक्ष अलग-अलग तरह का बयान देकर मुकदमे के चरण में अपने मामलों को हल्का कर सकते हैं। एनआईए ने सभी मामलों में आरोप पत्र दायर किया है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, May 21, 2014, 20:51

comments powered by Disqus