Last Updated: Sunday, October 27, 2013, 13:21

भोपाल : कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा है कि उनकी राय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) सांस्कृतिक संगठन नहीं है और उसका संस्कृति से दूर-दूर तक लेना-देना नहीं है।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि आरएसएस अपने बारे में बड़े-बड़े दावे करता है कि वह एक सांस्कृतिक संगठन है, लेकिन उसका संस्कृति से दूर-दूर तक भी कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में आरएसएस ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को भाजपा का प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाने में बड़ी भूमिका अदा की थी। वह यह जानना चाहते हैं कि यदि यह राजनीति नहीं है, तो फिर क्या है, जबकि आरएसएस कहता है कि वह राजनीतिक नहीं, सांस्कृतिक संगठन है।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि सालों से विजयादशमी के दिन नागपुर में आरएसएस प्रमुख जो भी भाषण देते आए हैं, उसमें अक्सर राजनीति और पाकिस्तान की चर्चा की जाती है।
उन्होंने कहा कि अच्छा होगा कि आरएसएस अपने चेहरे से सांस्कृतिक संगठन होने का मुखौटा उतारकर पूरी तरह साफ तौर पर राजनीति में आ जाए। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 27, 2013, 13:21