Last Updated: Sunday, December 15, 2013, 18:44

नई दिल्ली : भाजपा द्वारा समलैंगिकता के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के आदेश का समर्थन किए जाने के बाद कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने आज कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को अपनी चुप्पी तोड़कर इस मुद्दे पर अपनी राय जाहिर करनी चाहिए।
दिग्विजय ने आज ट्वीट किया, ‘धारा 377 पर हम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का आधिकारिक विचार जानना चाहेंगे।’ पहले भाजपा नेता सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अपना विचार जाहिर करने से कन्नी काट रहे थे पर भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा है कि यदि सरकार इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाती है तो उनकी पार्टी आईपीसी की धारा 377 का समर्थन करेगी । धारा 377 समलैंगिकता पर पाबंदी लगाती है ।
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘यदि सर्वदलीय बैठक बुलायी जाती है तो हम धारा 377 का समर्थन करेंगे क्योंकि हमारा मानना है कि समलैंगिकता एक अप्राकृतिक चीज है। हम इसका समर्थन नहीं कर सकते।’ इससे पहले, जब यह सवाल लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली से किया गया था तो स्वराज ने कहा था, ‘सुप्रीम कोर्ट का फैसला कहता है कि यदि संसद चाहे तो उसे बदल सकती है। इस मुद्दे पर आम सहमति कायम करने के लिए सरकार सर्वदलीय बैठक बुला सकती है। हम बैठक में सरकार का प्रस्ताव देखेंगे और अपना नजरिया बताएंगे।’ भाजपा इस मुद्दे पर अपना रूख स्पष्ट करने में काफी सतर्क रही है क्योंकि पार्टी के कई नेताओं का मानना है कि समाज में इस पर विचार बंटा हुआ है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, December 15, 2013, 18:44