Last Updated: Tuesday, March 4, 2014, 15:52
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : निवेशकों के 20 हजार करोड़ रुपए नहीं लौटाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट के गैरजमानती वारंट जारी करने के बाद गिरफ्तार किए गए सहारा इंडिया प्रमुख सुब्रत राय को लेकर पुलिस मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट पहुंची। कोर्ट परिसर में ही एक व्यक्ति ने सुब्रत राय पर स्याही फेंक दी। व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया है।
स्याही फेंकने वाले व्यक्ति की कुछ लोगों ने पिटाई भी की है। बताया जा रहा है कि स्याही फेंकने वाला व्यक्ति ग्वालियर का है और उसका नाम मनोज शर्मा है। मनोज ने खुद को वकील बताया है। सहारा प्रमुख पर स्याही फेंकने वाले व्यक्ति ने राय को 'गरीबों का चोर' करार दिया है।
पुलिस सोमवार को सड़क मार्ग से सहारा प्रमुख को लखनऊ से लेकर दिल्ली आई। राय ने गत शुक्रवार को आत्मसमर्पण किया था। वारंट की तामील कराने के लिए पिछले 27 फरवरी को गोमतीनगर पुलिस का एक दल सहारा शहर गया था, लेकिन सहारा प्रमुख वहां नहीं मिले थे।
ज्ञात हो कि निवेशकों के 20 हजार करोड़ रुपए नहीं लौटाने के एक मामले में उच्चतम न्यायालय ने गत बुधवार को राय के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया था।
वारंट की तामील कराने के लिये पिछले 27 फरवरी को गोमतीनगर पुलिस का एक दल सहारा शहर गया था लेकिन सहारा प्रमुख वहां नहीं मिले थे। अगले दिन उन्होंने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। उन्हें गिरफ्तार करके लखनऊ के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया था. बाद में पुलिस की अभिरक्षा में उन्हें कुकरैल स्थित वन विभाग के अतिथिगृह में रखा गया था।
सुब्रत राय ने विभिन्न अखबारों में दिए गए विज्ञापन में अपना पक्ष रखने की कोशिश करते हुए कहा था कि वह निवेशकों को 20 हजार करोड़ रुपए लौटाने के मामले में अदालत में 26 फरवरी को पेश होने के लिए निकल चुके थे लेकिन 24 फरवरी की शाम को उनकी 92 वर्षीय मां की तबीयत खराब होने के कारण उन्हें दिल्ली से वापस लखनऊ लौटना पड़ा था।
First Published: Tuesday, March 4, 2014, 08:58