Last Updated: Sunday, November 24, 2013, 20:28
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : ‘तहलका’ के संपादक तरुण तेजपाल के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोप की जांच कर रही गोवा पुलिस की टीम रविवार को मैगजीन के तीन कर्मियों से पूछताछ के बाद लौट गयी। पुलिस ने तीनों कर्मियों से इसलिए पूछताछ की क्योंकि घटना के बाद पीड़िता ने उन्हीं से पूरी बात बतायी थी। पुलिस तीनों कर्मियों से पूछताछ कर पीड़िता के बायान और उनके बयान में मेल देखना चाहती थी। जांच टीम अपने साथ एक हार्ड डिस्क और कुछ दस्तावेज भी ले गयी।
अटकलें लगायी जा रही थीं कि तीन सदस्यीय पुलिस टीम तरूण तेजपाल से पूछताछ कर सकती है और हो सकता है कि उन्हें गिरफ्तार भी करे। हालांकि, पुलिस टीम तेजपाल से पूछताछ किए बिना ही गोवा लौट गयी।
पुलिस ने कल शाम 4:45 मिनट से लेकर तड़के 2:00 बजे तक करीब नौ घंटे ‘तहलका’ की प्रबंध संपादक शोमा चौधरी से पूछताछ की थी। दक्षिण दिल्ली के ग्रेटर कैलाश-2 स्थित ‘तहलका’ के दफ्तर में शोमा से पूछताछ हुई थी।
जांच टीम अपने साथ एक सीपीयू और कुछ दस्तावेजों के अलावा वे ई-मेल भी ले गयी जिनका आदान-प्रदान शोमा, पीड़ित पत्रकार और तेजपाल के बीच हुआ था। इसके अलावा, पुलिस ने शोमा के मोबाइल फोन, एक आई-पैड और उनके लैपटॉप को भी खंगाला। यह जानकारी सूत्रों ने दी।
दूसरी ओर, राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने रविवार को मुंबई पुलिस को कहा कि वह पीड़ित महिला पत्रकार को सुरक्षा उपलब्ध कराए।
पीड़ित लड़की ने आरोप लगाया है कि तरुण तेजपाल की ओर से उस पर दबाव डाला जा रहा है। लड़की के इस बयान के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने पुलिस से उसे सुरक्षा देने के लिए कहा है।
एक बयान में लड़की ने कहा है कि तरुण तेजपाल के एक करीबी व्यक्ति ने उसके परिवार से मुलाकात की और उस व्यक्ति ने जानने की कोशिश की है कि मामले में उसका परिवार क्या कानूनी कार्रवाई करने जा रहा है।
इसके पहले, गोवा पुलिस ने रविवार को यौन उत्पीड़न मामले में पीड़ित लड़की के तीन मित्रों के बयान दर्ज किए। पीड़ित लड़की ने यौन उत्पीड़न की घटना के तुरंत बाद अपने मित्रों को कथित रूप से इस बारे में बताया था। पीड़ित ने इस घटना की शिकायत तहलका की मैनेजिंग एडिटर शोमा चौधरी से भी की थी।
पुलिस ने पीड़ित लड़की के दोस्तों के बयान गोवा सदन में दर्ज किए। इससे पहले, पीड़िता ने कहा, `22 नवंबर की रात तेजपाल परिवार का एक व्यक्ति मेरी मां के घर आया। उसने मेरी मां से तेजपाल का बचाने के लिए कहा। उसने मेरी मां से जानना चाहा कि मैं किससे कानूनी मदद ले रही हूं तथा मैं क्या चाहती हूं। उसके आने से मेरे व मेरे परिवार पर भावात्मक दबाव है। मेरा मानना है कि यह धमकाने की शुरुआत है।`
इस बीच गोवा पुलिस के एक विशेष जांच दल ने तहलका पत्रिका की प्रबंध संपादक शोमा चौधरी से शनिवार को करीब 9 घंटे पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक गोवा पुलिस के डीएसपी सैमी टावर्स के नेतृत्व में तीन सदस्यीय दल शनिवार शाम करीब 4:45 बजे दिल्लील में ग्रेटर कैलाश-2 स्थित तहलका के दफ्तर पहुंचा और शोमा तथा तहलका के दो-तीन अन्य कर्मचारियों से पूछताछ की।
मामले में जांच अधिकारी सुनीता सावंत समेत गोवा की पुलिस टीम ने बाद में शोमा और अन्य कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए। तहलका पत्रिका ने ट्विटर पर एक पोस्ट में लिखा है कि शोमा ने गोवा पुलिस द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेजों को साझा किया है और आगे भी वे जांच में सहयोग करती रहेंगी।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र यादव समेत दिल्ली पुलिस की एक टीम भी पूछताछ के दौरान गोवा पुलिस की मदद के लिहाज से तहलका के दफ्तर में मौजूद रही।
तेजपाल के खिलाफ इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। पणजी में गोवा पुलिस के डीआईजी ओपी मिश्रा ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि होटल की लिफ्ट में कोई सीसीटीवी कैमरे नहीं थे, जहां तेजपाल ने तलहका की महिला पत्रकार का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया था। मिश्रा ने संवाददाताओं से कहा,`होटल अधिकारियों ने हमें बताया कि एलिवेटर में अलग से कैमरे नहीं हैं। हम होटल से कैमरों की विस्तृत जानकारी जुटा रहे हैं और विस्तार से इनकी पड़ताल करेंगे।`
First Published: Sunday, November 24, 2013, 18:56